फेल है आपकी पुलिस दिनदहाड़े लुट रहे हैं शहरवासी

जमशेदपुर: शहर में मोबाइल और पर्स छीनने वाले गिरोह बेकाबू हो गए हैं. रात को बाइक से तीन आपराधिक किस्म के युवक निकलते हैं और किसी को अकेले जाते देख लूट लेते हैं. यही नहीं ये लोग मारपीट कर लोगों को घायल भी कर दे रहे हैं. इस तरह की घटनाओं से शहर में असुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2017 10:53 AM

जमशेदपुर: शहर में मोबाइल और पर्स छीनने वाले गिरोह बेकाबू हो गए हैं. रात को बाइक से तीन आपराधिक किस्म के युवक निकलते हैं और किसी को अकेले जाते देख लूट लेते हैं. यही नहीं ये लोग मारपीट कर लोगों को घायल भी कर दे रहे हैं. इस तरह की घटनाओं से शहर में असुरक्षा का माहौल बन रहा है. विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले लोग अब रात में बाहर निकलने से डर रहे हैं. पिछले 15 दिनों में एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस किसी को भी अब तक पकड़ नहीं सकी है.

फेल हो चुके हैं घेराबंदी के उपाय
इन अपराधियों को दबोचने के लिए जमशेदपुर पुलिस कई ट्रिक अपना चुकी है, लेकिन सफल नहीं हुई. पिछले दिनों कई मामले अलग-अलग थानाें में आये. लेकिन पुलिस किसी भी मामले में सफल नहीं हो पायी. पुलिस के सोर्स और घेराबंदी के सभी उपाय पूरी तरह से फेल हो चुके हैं. ऐसे में लुटेरों का गिरोह आराम से घटना को अंजाम दे रहा है.

सोर्स फेल और फुटेज हेजी
किसी भी घटना की पुलिसिया कार्रवाई देखने से ऐसा लगता है कि पुलिस के सोर्स अब समाप्त हो गये हैं. पूर्व में पुलिस अपने सोर्स और मुखबिर के आधार पर छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लेती थी. लेकिन वर्तमान में सोर्स का प्रचलन पुलिस ने समाप्त कर दिया है. घटना होने के बाद पुलिस केवल सीसीटीवी पर ही केंद्रित रहती है. अगर घटना स्थल पर कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं है, तो उस जांच भगवान भरोसे होती है. इतना ही नहीं अनुसंधान में मदद के लिए पुलिस की ओर से कई चौक चौरोहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. लेकिन कैमरा की फुटेज इतना ज्यादा हेजी होती है कि लूट कर भागने वालों का न तो चेहरा दिखायी देता है और न ही गाड़ी का नंबर.
केस 1
पुलिस के पास जाने से कोई फायदा नहीं
पुलिस के पास जाने से कोई फायदा नहीं है. जो चला गया, वह अब नहीं मिलने वाला है. 3.50 लाख रुपये की लूट होने के कारण मैं अपनी बेटी की शादी भी ठीक से नहीं कर पाया. उक्त बातें बारीडीह पंचवटी रोड के रहने वाले अमरनाथ मुखर्जी ने अपनी बेटी की शादी के अगले दिन 12 दिसंबर को प्रभात खबर से कही. उन्होंने बताया कि लूट की घटना के बारे में परिवार के लोगों को कोई जानकारी नहीं है. घर में कई लोग बीमार हैं. एक हार्ट के मरीज हैं. उस स्थिति में इतनी बड़ी रकम हाथ से निकल जाना बड़ी बात है. घटना के बाद से अब तक पुलिस की ओर से कोई पूछने तक नहीं आया.
केस 2
सिस्टम अपडेट नहीं : विजय अग्रवाल
साकची ठाकुरबाड़ी रोड के रहने वाले विजय अग्रवाल ने कहा कि पुलिस का सिस्टम अपडेट नहीं है. कोई भी घटना की शिकायत करने के बाद पुलिस को एक्शन में आने में इतनी देर लगती है कि अपराधी मौके से भाग जाते है. ताकि घटना होने के साथ ही कार्रवाई की जा सके. उन्होंने बताया कि चोरी और छिनतई की घटना होने के बाद सामान मिलने की कोई उम्मीद नहीं होती है. पुलिस के पास ट्रैकिंग करने की पूरी व्यवस्था एसएसपी कार्यालय में है. लेकिन उसे सभी थाना के पास होना चाहिए. जांच के दौरान पुलिस थाना सीमा और पेपर वर्क करने में ही आधा से ज्यादा समय समाप्त कर देती है. उन्होंने बताया कि 17 अक्तूबर को बर्मामाइंस के स्टार टॉकीज के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनके बेटे कुशल अग्रवाल से करीब 3500 रुपये और मोबाइल फोन की छिनतई कर फरार हो गये थे.
केस 3
11 दिसंबर की रात करीब 1.30 बजे बागबेड़ा जेपी रोड के रहने वाले राजू कुमार से बाइक सवार बदमाशों ने 2300 रुपये और मोबाइल फोन छीन कर फरार हो गये. राजू ने पुलिस की पेट्रोलिंग वैन को इसकी सूचना दी. लेकिन वे लोग इसे थाना सीमा को लेकर चर्चा करने में जुटे रहे. तब तक बदमाश मौके से फरार हो गये. राजू ने बताया कि वह देर रात को दफ्तर से घर जा रहे थे. उसी दौरान गरमनाला रोड के बाद पल्सर बाइक पर सवार दोनो युवकों ने कैची मार कर गाड़ी को रोका. उसके बाद उसके दोनों हाथ पकड़ कर उसकी जेब से रुपये और मोबाइल निकाल लिया.
केस 4
मानगो न्यू सुभाष कॉलोनी, डिमना रोड की रहने वाली रासमनी सिंह से अज्ञात युवक ऑटो से मोबाइल और पर्स लेकर उतर गये. उन्होंने जब ऑटो चालक को पैसे देने के लिए पर्स खोजा, तो पता चला कि उनका पर्स और मोबाइल दोनों गायब है. उन्होंने बताया कि वह बिष्टुपुर के वीमेंस कॉलेज की छात्रा हैं. कॉलेज के गेट से निकलने के बाद से ही एक युवक उनका पीछा कर रहा था. युवक बिष्टुपुर से मानगो तक पीछा करता हुआ साकची आया और महिला के साथ ही मानगो के टेंपो में बैठ गया. उसने ऑटो चालक को डिमना रोड जाने की बात कही.
यहां होती हैं अधिक घटनाएं
1. सुनसुनिया गेट के पास, 2. छायानगर और देवनगर चौक, 3. स्लैग रोड के दोनों ओर, 4. भुइयांडीह लिट्टी चौक, 5. गरमनाला के पास, 6. मानगो , 7. मकदमपुर रेलवे फाटक के पास, 8. सुंदरनगर रेलवे फाटक के पास
घटना होने पर भी देखते है थाना सीमा
शहर के चौक-चौराहों पर खड़ी होने वाली पीसीआर वैन घटना के बाद भी थाने की सीमा पूछते हैं. पीसीआर वैन के पास शिकायत करने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती और थाने जाकर शिकायत करने की बात कहती है.

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