सुरंग के पास धंसी चट्टान, बची कुर्ला

ट्रैक मेंटेनरों की सूझबूझ से बड़ी घटना टली पटाखा लगाते हुए लाल सिंग्नल देकर गाड़ी रुकवायी गोइलकेरा : डाउन सारंडा सुरंग के मुहाने के समीप शनिवार अहले सुबह चट्टान धंसने की घटना के बाद ट्रैकमेंटेनरों की सूझबूझ के कारण कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गयी. हालांकि घटना के बाद करीब एक घंटे तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 13, 2017 5:31 AM

ट्रैक मेंटेनरों की सूझबूझ से बड़ी घटना टली

पटाखा लगाते हुए लाल सिंग्नल देकर गाड़ी रुकवायी
गोइलकेरा : डाउन सारंडा सुरंग के मुहाने के समीप शनिवार अहले सुबह चट्टान धंसने की घटना के बाद ट्रैकमेंटेनरों की सूझबूझ के कारण कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गयी. हालांकि घटना के बाद करीब एक घंटे तक रेल परिचालन बाधित रहा.
पोसैता-गोइलकेरा सेक्शन में डाउन सारंड सुरंग की पोल संख्या 350/28-30 के समीप सुबह करीब पांच बजे चट्टान धंसी. उस समय कुर्ला से शालीमार जा रही एक्सप्रेस ट्रेन तेज गति से गोइलकेरा की ओर आ रही थी. ड्यूटी में मॉनसून पैट्रोलिंग पर मौजूद डीटीएम18 के ट्रैकमेंनटेनर मानकी प्रसाद मंडल, सोमरा नाग ने चट्टान को गिरते देखा. उन्होंने बिना समय गंवाये फोन पर अपने एसएसइ रूपेश कुमार को इसकी जानकारी दी. रूपेश ने सबसे पहले ट्रेन को रोकवाने का निर्देश दिया.
इसके बाद दोनों ट्रैकमेंटेनर सुरंग की दिशा में भागे और क्रमश: 300 व 600 मीटर पर पटाखे लगाते हुए ट्रेन की ओर दौड़े. तब तक कुर्ला एक्सप्रेस सुरंग के अंदर घुस चुकी थी. ट्रैकमेंटेनर अपने टार्च से लाल सिग्नल देते हुए गाड़ी की ओर भाग रहे थे. इस जद्दोजहद के बीच ट्रेन अंतत: सुरंग के अंदर रुक गयी. इधर मौके पर एसएसइ रूपेश कुमार, कनीय अभियंता संजीत दत्ता, मुकेश कुमार दल बल के साथ पोल संख्या 350 के समीप पहुंचे और युद्ध स्तर पर कार्य शुरू करवाया. एक घंटे के अंदर सुबह छह बजे ट्रैक फिट कर कुर्ला को पार कराया गया. घटना को लेकर डिवीजन के सीनीयर डीइएन कोऑर्डिनेशन, डीइइएन व एइएन भी मौके पर पहुंचे तथा चट्टान खिसकने वाले स्थल का निरीक्षण कर कई निर्देश दिए.

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