कुसुंभा के ग्रामीणों को वोट बहिष्कार करना पड़ रहा है महंगा

कुसुंभा गांव के ग्रामीणों को वोट बहिष्कार करना अब महंगा पड़ने लगा है.

By Prabhat Khabar Print | May 23, 2024 8:12 PM

हाइवा से कोयला ढुलाई पर रोक लगाना ठीक नहीं : संरक्षक

20 मई की देर रात से 130 वाहनों को ढुलाई के लिए नहीं मिल रहा कोयला

रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया था वोट बहिष्कार

कटकमसांडी.

कुसुंभा गांव के ग्रामीणों को वोट बहिष्कार करना अब महंगा पड़ने लगा है. 20 मई को मतदान के बहिष्कार करने के बाद देर रात से ही गांव के 130 हाइवा को कंपनी कोयला आवंटन बंद कर दिया. इसके कारण हाइवा मालिक के घर पर खड़ा है. इस बाबत ग्रामीणों ने एनटीपीसी के अधिकारी से मुलाकात की. जहां पर उन्हें जिला प्रशासन द्वारा इस प्रकार की कार्रवाई करने की बात कही गयी. कुसुंभा पंचायत के पूर्व मुखिया सह हाइवा एसोसिएशन के संरक्षक गणेश तुरी ने कहा कि हम लोग सरकार को रोड टैक्स, परमिट टैक्स, इंश्योरेंस कंपनी और एमआई का पैसा जमा कर रहे हैं. बावजूद प्रशासन का यह कार्रवाई बदले की भावना से ग्रसित हैं. 20 मई को मतदान बहिष्कार करने के कारण कोयला का आवंटन स्थानीय कुसुंभा गांव के वाहनों पर रोक दिया गया है. उन्हें ढुलाई के लिए कोयला नहीं मिल रहा है. हालांकि ग्रामीण को एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक ने इससे इनकार कर रहे हैं. यह मामला जिला प्रशासन से संबंधित है. बताया जाता है कि 20 मई को जिला प्रशासन के समझाने के बावजूद ग्रामीणों ने वोट नहीं दिया था. इसके कारण एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक कंपनी द्वारा कुसुंभा के ग्रामीण को बड़कागांव से बनादाग कॉल साइडिंग में चल रहे 130 हाइवा को कोयला लोडिंग प्वाइंट से वापस कर दिया. ग्रामीण ने इसे आर्थिक स्थिति बताते हुए कहा कि यह बदले की भावना है. ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकांश हाइवा किस्त पर है. कॉन्ट्रैक्ट पर है. वाहन के खड़े होने से ग्रामीणों को रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी.

ग्रामीणों ने बैठक कर कहा कि बानादाग साइडिंग के समीप फ्लाइओवर की मांग काफी लंबे समय से किया जा रहा है. बरसात के समय में हजारीबाग व कटकमदाग प्रखंड से कुसुंभा लौटने के दौरान ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी होती है. ग्रामीणों ने सदर एसडीओ से बात कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि कंपनी और जिला प्रशासन से व्यक्तिगत तौर पर मिलने के बाद जो भी निर्णय होगा वह किया जायेगा. लोगों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से हाइवा के खड़ा रहने के कारण लाखों का नुकसान हो रहा है. जबकि सभी वहां गरीब किसान ने किश्त पर लिए हुए है. लोगों ने कहा कि शांतिढंग से हल नहीं निकल जाता तो जोरदार ढंग से आंदोलन करेंगे. इस बाबत कटकमदाग थाना प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि यह मामला हम लोगों के क्षेत्राधिकार में नहीं है. यह मामला कंपनी और सिविल का है.

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