कलाम को श्रद्धांजलि देने के मामले में पढ़े शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव की सफाई

रांची/हजारीबाग: झारखंड में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को जीवित रहते ही श्रद्धांजलि दे दी गयी. राज्य के हजारीबाग के एक सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में डॉ कलाम की तसवीर पर कृत्रिम माला चढायी गयी. जबकि भारतीय समाज में यह परंपरा है कि कृत्रिम माला सिर्फ स्वर्गीय लोगों की प्रतिमा या तसवीर को ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2015 12:59 PM
रांची/हजारीबाग: झारखंड में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को जीवित रहते ही श्रद्धांजलि दे दी गयी. राज्य के हजारीबाग के एक सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में डॉ कलाम की तसवीर पर कृत्रिम माला चढायी गयी. जबकि भारतीय समाज में यह परंपरा है कि कृत्रिम माला सिर्फ स्वर्गीय लोगों की प्रतिमा या तसवीर को ही पहनायी या चढाई जाती है. यह वाकया उस दौरान का है जब सोमवार को विद्यालय के स्मार्ट क्लास का उदघाटन करने झारखंड की शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव पहुंची थीं.
झारखंड के स्थानीय अखबारों में इस आशय की खबरें प्रकाशित हुईं कि शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने डॉ कलाम को जीवित रहते ही श्रद्धांजलि दे दी. बाद में मंत्री डॉ नीरा यादव ने इस संबंध में मीडिया को अपना स्पष्टीकरण दिया. समाचार पत्रों को भेजे गये अपने लिखित संदेश में डॉ नीरा यादव ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम देश के अमूल्य धरोहर हैं और लाखों लोगों के प्रेरणा स्नेत हैं. उन्होंने कहा है कि हजारीबाग के कुम्हारटोली में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में स्मार्ट क्लास के उदघाटन के मौके पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की तसवीर पर पहले से ही माला पहनाया गया था और मुङो सिर्फ तिलक लगाने को कहा गया था. मैंने तिलक लगाया था.
झारखंड की शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा कि जब आप किसी को गुरु या अपना प्रेरणास्नेत मानते हैं, तो उसकी पूजा करते हैं और माला भी पहनाते हैं. उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि संभवत: आयोजकों का भी यही उद्देश्य रहा होगा. उन्होंने लिखा है कि श्री रविशंकर जी हों या अन्य धर्मगुरु उनके चित्रों पर भी माला अर्पित करने की परंपरा रही है.

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