छाती पर कलश स्‍थापित कर नौ दिनों तक बालू की सेज पर साधना में लीन रहते हैं बाबा रामदास

अजय ठाकुर, चौपारण प्रखंड के ग्राम पंचायत पांडेयबारा के चपरीकला निखिल धाम शिव मंदिर में साधक बाबा रामदास आठ दिनों से छाती पर कलश स्थापित कर बालू के सेज पर पड़े हैं. श्री श्री 108 श्री महामंडलेश्वर हरिदास जी महाराज खाख चौक लोहा लंगडी आश्रम अयोध्या ने नवरात्र व्रत के शुभारंभ से छाती पर कलश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 6, 2019 6:04 PM

अजय ठाकुर, चौपारण

प्रखंड के ग्राम पंचायत पांडेयबारा के चपरीकला निखिल धाम शिव मंदिर में साधक बाबा रामदास आठ दिनों से छाती पर कलश स्थापित कर बालू के सेज पर पड़े हैं. श्री श्री 108 श्री महामंडलेश्वर हरिदास जी महाराज खाख चौक लोहा लंगडी आश्रम अयोध्या ने नवरात्र व्रत के शुभारंभ से छाती पर कलश रखकर मां दुर्गा की उपासना में लीन हैं. बाबा कहते है कि शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की उपासना करने का खास महत्व है.

ऐसी मान्यता है कि सच्‍चे मन से उपासना करने वालों कि हर मुराद मां दुर्गा पूरी करती हैं. जिसमें कुछ भक्त अनोखे तरीके से उपासना कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं. बाबा अखंड निर्जला व्रत का पालन कर रहे हैं. इस कठिन साधना में लीन बाबा की देखभाल निखिलधाम के मुख्यपूजारी संजय पांडेय कर रहे हैं.

बाबा कहते हैं कि मुझे शारदीय नवरात्र की प्रतीक्षा रहती है. वे विश्व कल्याण के लिए छाती पर कलश रखकर मां दुर्गे की उपासना कर रहे हैं. बाबा की उपासना से प्रभावित होकर पूर्व मुखिया अनिल कुमार पांडेय, दयानिधि पांडेय, भाजपा वरिष्ठ नेता सुरेश साव उनसे आशीर्वाद लिया. वहीं, जेबीएम युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष हेमंत पांडेय, अभय सिंह, शिवकुमार सिंह, संजय पांडेय, नागेश्वर साव, शंभुनाथ तिवारी, प्रदीप सिंह, रामलखन सिंह, रामफल सिंह, सुधीर सिंह, इंद्रदेव सिंह, द्वारिका रजक, संत सिंह, बबून सिंह सहित कई लोग सहयोग में लगे हुए हैं.

महाराज के दर्शन के लिए चपरी, पाण्डेयवारा, रामजीता, बुढ़िया डाबर, सेलहारा, डोईया, कुबरी, इटखोरी, गोबिंदपुर, नरैना, सिंघरावां, हपवा, डेबो, रामचक, पवई, चौपारण, इटखोरी से कई गांव के भक्त आश्रम पहुंच रहे हैं. वहीं, चौपारण के 26 पंचायत के नौ जगहों पर रामपुर, सिंघरावां, चौपारण बाजार, पांडेयबारा, दैहर, हथिन्दर, बहेरा, जागोडीह बसरिया, मानगढ़ में मां दुर्गा का प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है. बताया कि बाबा ने इस मंदिर में पिछले वर्ष भी छाती पर गंगाजल से भरे कलश रखकर नवरात्र में मां दुर्गे की उपासना की थी.

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