पदमा : कस्तूरबा की 150 छात्राओं को डायरिया, कई गंभीर

पदमा : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, पदमा में डायरिया ने कहर बरपाया है। स्कूल की लगभग 150 बच्चियां डायरिया की चपेट में हैं. वहीं डायरिया फैलता देख लगभग 170 छात्राएं विद्यालय छोड़ घर चली गयी हैं. बीमार छात्राओं का इलाज पदमा स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. पदमा स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को दिन भर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 21, 2018 8:27 AM
पदमा : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, पदमा में डायरिया ने कहर बरपाया है। स्कूल की लगभग 150 बच्चियां डायरिया की चपेट में हैं. वहीं डायरिया फैलता देख लगभग 170 छात्राएं विद्यालय छोड़ घर चली गयी हैं. बीमार छात्राओं का इलाज पदमा स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. पदमा स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को दिन भर बीमार छात्राओं के आने का सिलसिला जारी रहा. पीड़ित छात्राओं में कई की स्थिति गंभीर है.
उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया. स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को डॉ संजय जायसवाल की देखरेख में छात्राओं को स्लाइन चढ़ाया गया. बाद में स्लाइन और दवा की कमी पर अविलंब अनुमंडलीय अस्पताल, बरही से दवा मंगायी गयी.
रविवार से ही बिगड़ने लगी थी स्थिति : बताया जाता है कि विद्यालय में रविवार की सुबह आठ बजे से ही बच्चियों को उल्टी व दस्त होने लगी थी. इसकी जानकारी तुरंत वार्डेन को दी गयी. दोपहर होते-होते लगभग 50 छात्राएं पीड़ित हो चुकी थीं. रविवार को पदमा अस्पताल बंद रहने के कारण वार्डेन चंचला कुमारी ने बरही के अनुमंडलीय चिकित्सा प्रभारी को फोन पर सूचना दी.
प्रभारी ने चिकित्सकों का दल एंबुलेंस और दवा के साथ कस्तूरबा विद्यालय भेजा. डॉक्टरों ने बीमार छात्राओं का इलाज विद्यालय परिसर में ही शुरू किया. डॉक्टरों के जाने के बाद कई छात्राएं पेट दर्द, दस्त और उल्टी से परेशान रहीं. सोमवार को सुबह होते-होते इनकी तबीयत अधिक बिगड़ने लगी. वार्डेन ने इसकी सूचना उच्च पदाधिकारियों को दी. बाद में सभी बच्चियों को एंबुलेंस से पदमा अस्पताल पहुंचाया गया.
दो दर्जन छात्रा गंभीर रूप से पीड़ित
कस्तूरबा विद्यालय की लगभग 200 छात्राएं डायरिया से पीड़ित हैं. इनमें से करीब 50 बच्चियों को उनके अभिभावक साथ ले गये. वहीं 150 छात्राओं का इलाज पदमा अस्पताल में चल रहा है. पदमा में गंभीर रूप से बीमार छात्रा राधा कुमारी-हरली दारू, सिसमा कुमारी-करर पदमा, रूपा कुमारी-करियात इचाक, अंजनी कुमारी-बुंडू पदमा, प्रीति गोतिया-पदमा, मधु हरमवार-पदमा, संध्या तिलिर-पदमा, सोनी जोनिया-दारू, सिमरन रचंगा-दारू, काजल शेखा-सदर, सरस्वती-दारू बडवार, शिवानी व अन्य शामिल हैं.
बेड के अभाव में जमीन पर लेटाकर चढ़ाया स्लाइन
पदमा अस्पताल में सोमवार को कस्तूरबा विद्यालय की लगभग 100 बीमार छात्राएं इलाज के लिए पहुंचीं. इसमें से कई गंभीर रूप से बीमार थीं. लगभग दो दर्जन छात्राओं को स्लाइन चढ़ाया गया. पर्याप्त बेड नहीं रहने के कारण कई को जमीन पर लेटाकर स्लाइन चढ़ाया गया. स्वास्थ्य केंद्र में मात्र पांच बेड थे. इसमें से दो इमरजेंसी वार्ड में और तीन जेनरल वार्ड में थे.
बीडीओ और ओपी प्रभारी ने लिया जायजा
कस्तूरबा विद्यालय में डायरिया फैलने की सूचना मिलने पर बीडीओ चंदन प्रसाद और ओपी प्रभारी पंकज दास पदमा अस्पताल पहुंचे. उन्होंने प्रभारी चिकित्सक और विद्यालय वार्डेन को कई निर्देश दिये. विद्यालयकर्मी ने बताया कि एम्बुलेंस के अभाव में काफी परेशानी हुई. बीडीओ के फोन करने पर शाम छह बजे बरही से एम्बुलेंस भेजा गया. इससे पहले विद्यालय से वैन से बीमार बच्चियों को अस्पताल लाया गया.
तीन प्रखंड की 437 छात्राएं हैं पदमा कस्तूरबा में
पदमा कस्तूरबा विद्यालय में तीन प्रखंड की 437 छात्राएं पढ़ती हैं. इनमें पदमा, दारू और सदर की बच्चियां पढ़ती है. इमकी देखरेख के लिए एक वार्डेन नियुक्त है. उनके सहयोग के लिए मात्र एक शिक्षिका व एक सुरक्षा प्रहरी है.
दूषित पानी पीने और परिसर में फैली गंदगी के कारण बीमारी फैली है. पदमा में सभी का इलाज किया गया है. स्थिति नियंत्रण में है.
डॉ संजय जायसवाल, चिकित्सक, पदमा स्वास्थ्य केंद्र

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