ट्रेन नहीं रूकी, जाना था साहिबगंज, पहुंच गये कटिहार

झारखंड राज्य के 17 मजदूर उस समय बिहार राज्य में संकट में फंस गये, जब ट्रेन उन्हें झारखंड लाने की बजाये कटिहार रेलवे स्टेशन ले गयी. कहीं कोई मदद नहीं मिलने पर पैदल ही निकल पड़े. इस दौरान मिशन बदलाव और कोरहा की विधायक पूनम पासवान का सहयोग मिला. सभी 17 मजदूर गुमला, खूंटी, रांची व पाकुड़ जिले के हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 27, 2020 9:08 PM

गुमला : झारखंड राज्य के 17 मजदूर उस समय बिहार राज्य में संकट में फंस गये, जब ट्रेन उन्हें झारखंड लाने की बजाये कटिहार रेलवे स्टेशन ले गयी. कहीं कोई मदद नहीं मिलने पर पैदल ही निकल पड़े. इस दौरान मिशन बदलाव और कोरहा की विधायक पूनम पासवान का सहयोग मिला. सभी 17 मजदूर गुमला, खूंटी, रांची व पाकुड़ जिले के हैं. पढ़ें दुर्जय पासवान की रिपोर्ट.

17 मजदूर पुणे से ट्रेन पकड़े थे. साहेबगंज में ट्रेन रूकनी थी. लेकिन, ट्रेन साहेबगंज में नहीं रूकी. ट्रेन सीधे कटिहार चली गयी. कटिहार पहुंचने के बाद सभी 17 मजदूर परेशान हो गये. कई लोगों से मदद मांगी. साहेबगंज तक गाड़ी से छोड़ने की गुहार लगायी. प्रवासी मजदूर होने की सूचना पर किसी ने मदद करने की पहल नहीं की. अंत में सभी मजदूर कटिहार से झारखंड आने के लिए पैदल निकल पड़े. 40 किमी की दूरी पैदल तय करने के बाद मिशन बदलाव के बोर में जानकारी मिली.

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एक मजदूर ने मिशन बदलाव के हेल्पलाइन नंबर पर भूषण भगत को फोन किया. मिशन बदलाव को अपनी पूरी व्यथा बतायी. श्री भगत को जैसे ही मजदूरों की समस्या की जानकारी मिली. वे कई लोगों से संपर्क किये. अंत में उन्होंने कोरहा विधानसभा की विधायक पूनम पासवान से संपर्क किये. श्री भगत ने विधायक से मजदूरों की मांग करने की मांग किये. एक गाड़ी की व्यवस्था कर झारखंड भेजने के लिए कहा. विधायक पूनम पासवान ने पहल करते हुए एक गाड़ी की व्यवस्था कर दी और सभी 17 मजदूरों को बिहार के बॉर्डर तक साहेबगंज जिला तक छोड़ दिया गया. यहां तक कि विधायक ने सभी मजदूरों के खाने- पीने का भी व्यवस्था कराया.

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संकट में बिहार की विधायक ने मदद की : भूषण

मिशन बदलाव के संयोजक भूषण भगत ने बताया कि सभी मजदूर पुणे में एक कंपनी में मजदूरी करते थे. लॉकडाउन में वे फंस गये. कंपनी से घर भिजवाने की गुहार लगायी. कोई मदद नहीं मिली. जब सरकार ने ट्रेन चालू किया, तो मजदूर ट्रेन से झारखंड राज्य के साहेबगंज तक आ रहे थे, लेकिन ट्रेन साहेबगंज आने की जगह कटिहार चली गयी. जिससे मजदूर कटिहार से करीब 40 किमी पैदल चलें. हम शुक्रगुजार विधायक का हैं, जिन्होंने इस संकट में मजदूरों की मदद किये. अब मजदूरों को साहेबगंज से उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए साहेबगंज जिला प्रशासन से संपर्क किया जा रहा है.

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