बदतर होती जा रही है पिछड़ों की स्थिति : नीलांबर
पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति की बैठक
सिसई. प्रखंड के माघी बगीचा में रविवार को पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति की बैठक प्रखंड अध्यक्ष कलेश्वर साहू की अध्यक्षता में हुई. बैठक में केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नीलांबर साहू ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आजादी के बाद से ही उपेक्षित है. पिछड़ा वर्ग के लोगों ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. लेकिन नवंबर 2000 में झारखंड राज्य निर्माण के बाद पिछड़ी जाति के साथ भेदभाव होने लगा है. झारखंड में पिछड़ी जाति के संख्या बहुतायत में होने के बावजूद आरक्षण घटा दी गयी. कई जिलों में आरक्षण शून्य कर दिया गया, जो चिंता की बात है. पिछड़ों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि समाज द्वारा हक के लिए आवाज उठायी जा रही है व संघर्ष किया जा रहा है. लेकिन सरकार पिछड़ों के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है. कहा कि सरकार राज्य में पिछड़ी जाति को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण तय करें. उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि अपने हक व अधिकार के लिए हमें मिल कर जमीन स्तर पर संघर्ष करना होगा. इसके लिए गांव व पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करना होगा. प्रखंड अध्यक्ष कलेश्वर साहू ने कहा पिछड़ी जाति के युवा पढ़े-लिखे हैं. जिले में आरक्षण शून्य होने के कारण कोई नियुक्ति में युवाओं को अवसर नहीं मिल रहा है. संगठन में युवाओं को अधिक से अधिक जुड़ कर हक अधिकार के लिए लड़ना होगा. बैठक में सर्वसम्मति से अनिल कुमार यादव को प्रखंड उपाध्यक्ष व प्रदीप कुमार साहू को महासचिव बनाया गया. बैठक में अधिवक्ता विंदेश्वर साहू, सुरेश साहू, हरिश्चंद्र साहू, जुल्फिकार अंसारी, प्रदीप कुमार साहू, रामकुमार साहू, रामजीवन साहू, सुरेश्वरी साहू, जगेश्वर गोप उपस्थित थे.
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