विद्यालय के भैया-बहनों ने निकाली झांकी
झारखंड स्थापना दिवस सह बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी
सिसई. रंजीत नारायण सिंह सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सिसई में मंगलवार को झारखंड स्थापना दिवस सह बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनायी गयी. मौके पर विद्यालय के भैया-बहनों ने झांकी निकाली. झांकी में कई भैया-बहन भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू व फूलो-झानो की वेश में चल रहे थे. झांकी का नेतृत्व प्रधानाचार्य देवेंद्र वर्मा ने किया. देवेंद्र वर्मा ने कहा कि आदिवासी समाज हमारे देश का एक प्रतिष्ठित समाज है. इस समाज के उत्थान में हम सभी को भगवान बिरसा मुंडा की तरह प्रयत्न करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का उत्थान ही हमारे देश का उत्थान है. यही कारण है कि भारत सरकार ने भी बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस का दर्जा देते हुए जनजाति समुदाय का सम्मान बढ़ाया है. आचार्य मृत्युंजय कुमार मिश्रा ने कहा कि अंग्रेजों की गुलामी व अत्याचार से संपूर्ण भारतीयों में आक्रोश था. भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के अत्याचार व भारत माता की आजादी के लिए बिगुल फूंका और सारे लोगों को इकट्ठा कर अंग्रेजों के खिलाफ बगावत कर दिया. आजादी के इस जंगल में भगवान बिरसा मुंडा की जान चली गयी. लेकिन उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता. मौके पर बदरी नारायण सिंह, कमल सिंह, मृत्युंजय कुमार मिश्र, नाथू भगत, सरिता मुखर्जी, मोनी वर्मा, विक्रम कुमार गुप्ता, सुखनाथ सिंह, सुप्रिया कुमारी, मेघा कुमारी आदि शामिल थे.
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