अपनी समस्याओं की सूचना प्रशासन को दें : बीडीओ
घाघरा के झलकापाट गांव में प्रखंड प्रशासन ने लगाया विशेष शिविर
घाघरा. उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड प्रशासन घाघरा ने झलकापाट गांव में विशेष शिविर लगाया. शिविर में गांव के लोगों की पेंशन, आयुष्मान कार्ड व ई-केवाइसी अपडेट किया गया. शिविर में बीडीओ दिनेश कुमार मौजूद थे. बीडीओ ने आदिम जनजाति की मृतका सुकरी कोरवा के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें चावल व कंबल दिया. ग्रामीणों ने बीडीओ से गांव में पेयजल, बिजली व सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग रखीं. ज्ञात हो कि झलकापाट गांव में सड़क नहीं होने से गर्भवती महिला सुकरी कोरवा को परिजनों द्वारा झिलगी में उठा कर करीब एक किमी दूर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया था. इसके बाद घाघरा अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए गुमला सदर अस्पताल रेफर किया गया. लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गयी. गांव की बदहाली व सड़क के अभाव के कारण गर्भवती महिला की मौत की खबर को प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. इसके बाद उपायुक्त गुमला द्वारा मामले पर संज्ञान लिया गया. बीडीओ दिनेश कुमार ने कहा कि सरकार सभी के साथ है और किसी समस्या की सूचना प्रशासन को दें. उन्होंने स्वास्थ्य सहिया को निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथि से सात से 10 दिन पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा में शिफ्ट कराया जाये, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो. आंगनबाड़ी सेविका को गांव के बच्चों का सर्वे करने का निर्देश दिया गया. इससे पूर्व बीडीओ दिनेश कुमार पुलिस व अन्य कर्मियों के साथ चार चक्का वाहन से दुर्गम रास्ते होते हुए काड़ासिल्ली गांव तक पहुंचे, जहां वाहन खड़ा कर लगभग एक किमी पैदल चल कर झलकापाट गांव पहुंचे. बीडीओ ने सड़क की स्थिति समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजने की बात कही. मौके पर बीपीओ बेबी कुमारी, अशोक कुमार, सतीश बंसल, शाहिद, मृतका के परिजन, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
