इनामी नक्सलियों के दर्जनों गांव में चला छापेमारी अभियान, गुमला एसपी ने ग्रामीणों से की मुलाकात

Jharkhand News, Gumla News : झारखंड के गुमला जिला में पुलिस ने भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर 15 लाख रुपये के इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव, 5 लाख के इनामी एरिया कमांडर रंथु उरांव एवं 2 लाख के इनामी एरिया कमांडर लजीम अंसारी की तलाश में बुधवार को चैनपुर प्रखंड के एक दर्जन गांवों में छापेमारी अभियान चलाया गया. इस अभियान का नेतृत्व गुमला एसपी हृदीप पी जनार्दनन कर रहे थे. इस दौरान गांव में ग्रामीणों से बैठक किये. एसपी ने ग्रामीणों से नक्सलियों की सूचना देने की अपील भी किये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2021 5:43 PM

Jharkhand News, Gumla News, गुमला (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिला में पुलिस ने भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर 15 लाख रुपये के इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव, 5 लाख के इनामी एरिया कमांडर रंथु उरांव एवं 2 लाख के इनामी एरिया कमांडर लजीम अंसारी की तलाश में बुधवार को चैनपुर प्रखंड के एक दर्जन गांवों में छापेमारी अभियान चलाया गया. इस अभियान का नेतृत्व गुमला एसपी हृदीप पी जनार्दनन कर रहे थे. इस दौरान गांव में ग्रामीणों से बैठक किये. एसपी ने ग्रामीणों से नक्सलियों की सूचना देने की अपील भी किये.

नक्सलियों के गढ़ में गुमला एसपी श्री जनार्दनन के अलावा एएसपी बृजेंद्र कुमार मिश्रा, CRPF के टू-आईसी अजीत सिंह नेगी, CRPF व सैट के जवान भी शामिल थे. एसपी, एएसपी समेत अन्य अधिकारी व जवान मोटर साइकिल से नक्सलियों के पनाह क्षेत्र में घुसे.

इस दौरान एसपी ने कहा कि अगर आपलोग अपने गांव का विकास तेजी से होना देखना चाहते हैं, तो नक्सलियों की सूचना दें. नक्सली जबतक पुलिस की पकड़ में नहीं आयेंगे. गांवों के विकास पर नक्सली खलल डालते रहेंगे. उन्होंने कहा कि कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांवों का बहुत पहले विकास हो जाना चाहिए था. हर गांव में सड़क, पानी, बिजली, पुल व मोबाइल नेटवर्क की व्यवस्था हो जाता. लेकिन, नक्सल इन कामों में बाधा बने हुए हैं. जिस कारण आज भी कुरूमगढ़ इलाके के गांवों का विकास रुका हुआ है.

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एसपी ने कहा कि अगर आज सिविल से लेकर सोकराहातू तक पक्की सड़क बनी है, तो इसमें पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी. पुलिस लगातार इस क्षेत्र में अभियान चलायी. सड़क बनाने वाली कंपनी को सुरक्षा दी. कहीं कोई अड़चन आयी, तो पुलिस ने मदद की. जिसका नतीजा है. सड़क बनी है, लेकिन अभी भी कई ऐसे गांव हैं जहां पहुंच पथ नहीं है.

उन्होंने कहा कि बुद्धेश्वर, रंथु व लजीम अंसारी अपने स्वार्थ के लिए बंदूक लेकर जंगलों में घूम रहे हैं. उनलोगों की हिम्मत नहीं है कि वे पुलिस के सामने आ सके. वे लोग अक्सर निहत्थे एवं बेकसूर लोगों को परेशान करते हैं. इसलिए इन नक्सलियों को पकड़ना जरूरी है. इसलिए लिए गांव के लोग सहयोग करें.

Posted By : Samir Ranjan.

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