नक्सल प्रभावित तेंदार गांव जाने के लिए बेटी को जींस व टी शर्ट पहनने से माता-पिता ने किया मना, छात्रा ने गुस्से में दे दी जान

Jharkhand news, Gumla news : गुमला में स्कूली छात्रा सुजीता कुमारी (13 वर्ष) को उसके माता- पिता ने जींस एवं टी-शर्ट पहनने से मना किया, तो छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गुमला में दुष्कर्म एवं छेड़छाड़ की बढ़ी घटना को देखते हुए पिता ने भड़कदार कपड़ा पहनने से मना किया था. घटना गुमला सदर थाना के पहाड़ पनारी गांव की है. छात्रा ने अपने ही घर के अंदर फांसी लगायी है. पुलिस को घटना की सूचना शनिवार की सुबह को मिली. पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2020 8:57 PM

Jharkhand news, Gumla news : गुमला : गुमला में स्कूली छात्रा सुजीता कुमारी (13 वर्ष) को उसके माता- पिता ने जींस एवं टी-शर्ट पहनने से मना किया, तो छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गुमला में दुष्कर्म एवं छेड़छाड़ की बढ़ी घटना को देखते हुए पिता ने भड़कदार कपड़ा पहनने से मना किया था. घटना गुमला सदर थाना के पहाड़ पनारी गांव की है. छात्रा ने अपने ही घर के अंदर फांसी लगायी है. पुलिस को घटना की सूचना शनिवार की सुबह को मिली. पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.

इस संबंध में पिता अमर नायक ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ ससुराल घाघरा प्रखंड के तेंदार गांव जा रहे थे. यह गांव घोर उग्रवाद प्रभावित है. गांव का माहौल भी ठीक नहीं है. इधर, लगातार लड़कियों के साथ कुछ न कुछ हो रहा है. इसलिए उसने अपनी बेटी को जींस की जगह साधारण कपड़ा पहनने की बात कही थी. इसी बात से नाराज सुजीता ने आत्महत्या कर ली.

क्या है मामला

पिता अमर नायक ने बताया कि शुक्रवार को वह अपने परिवार के साथ अपने ससुराल तेंदार गांव जा रहे थे. चूंकि ससुराल में सिर्फ उसकी बूढ़ी सास रहती है. वह 2 साल से सास से नहीं मिले थे. उसकी हालचाल जानने एवं उससे मिलने के लिए वह तेंदार जा रहे थे. शुक्रवार की सुबह सभी परिवार वाले तैयार हो रहे थे. उसकी बेटी सुजीता कुमारी भी तैयार हो रही थी. सुजीता अपनी नानी के घर जाने से खुश थी. नानी घर जाने के लिए सुजीता ने जींस पैंट पहनी थी. जिसे देखकर पिता व परिवार के अन्य लोगों ने उसे मना किया. वहां का इलाका एवं माहौल ठीक नहीं है. इस कारण साधारण कपड़ा पहनकर चलो, जिसको लेकर सुजीता नाराज हो गयी और घर से निकल कर कहीं चली गयी.

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करीब एक घंटे इंतजार करने एवं खोजबीन करने पर नहीं मिलने पर परिवार के लोग तेंदार गांव चले गये. परिजनों के जाने के बाद सुजीता अपने घर आयी और घर को अंदर से बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के वक्त घर पर सिर्फ मृतका के दादा थे. काफी आवाज देने पर सुजीता ने दरवाजा नहीं खोला, तो एक बच्चे को खिड़की के सहारे घर में प्रवेश कराकर दरवाजा खुलवाया गया. दरवाजा खोलने पर उसे फांसी पर लटका पाया. इधर, ससुराल पहुंचने के बाद अमर को जब पता चला कि उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है, तो वह रात को ही गाड़ी बुक कर अपने घर पहाड़ पनारी पहुंचा और बेटी को पुत्र पाया.

Posted By : Samir Ranjan.

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