Lockdown News Gumla : चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला ने जूता, कपड़ा व ज्वेलरी दुकान खोलने की अनुमति मांगी, समस्याओं से कराया अवगत

दुकान बंद होने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति अब बहुत ही खराब हो गयी है. अतः सभी नौ जिलों में भी समय सीमा बांधते हुए अन्य सभी प्रतिष्ठानों को भी खोलने की अनुमति दी जाये. उन्होंने सभी व्यवसायियों से भी अपील की है कि सरकारी दिशा निर्देश का अवश्य पालन करें. सभी प्रतिष्ठान दोपहर 2:00 बजे तक ही खोलें. साथ ही मास्क, हैंड, सैनिटाइजर व सामाजिक दूरी का पालन करना भी सुनिश्चित करें. वहीं उन्होंने ई-पास की बाध्यता को हटाये जाने के निर्णय का भी स्वागत किया है.

By Prabhat Khabar | June 4, 2021 12:57 PM

गुमला : चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला के अध्यक्ष हिमांशु केसरी ने झारखंड में सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को 10 जून तक आगे बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया है. परंतु उन्होंने कहा है कि झारखंड में 15 जिलों में जिस प्रकार सभी व्यावसायिक गतिविधियों को खोलने की छूट मिली है. उसी प्रकार अन्य नौ जिलों में भी दोपहर 2:00 बजे तक ही कपड़ा, जूता चप्पल, ज्वेलरी, कॉस्मेटिक आदि अन्य व्यवसाय को भी छूट मिलनी चाहिए. विवाह का लगन भी अब समाप्ति की ओर है.

दुकान बंद होने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति अब बहुत ही खराब हो गयी है. अतः सभी नौ जिलों में भी समय सीमा बांधते हुए अन्य सभी प्रतिष्ठानों को भी खोलने की अनुमति दी जाये. उन्होंने सभी व्यवसायियों से भी अपील की है कि सरकारी दिशा निर्देश का अवश्य पालन करें. सभी प्रतिष्ठान दोपहर 2:00 बजे तक ही खोलें. साथ ही मास्क, हैंड, सैनिटाइजर व सामाजिक दूरी का पालन करना भी सुनिश्चित करें. वहीं उन्होंने ई-पास की बाध्यता को हटाये जाने के निर्णय का भी स्वागत किया है.

उन्होंने झारखंड सरकार के प्रति विशेष आभार प्रकट किया है कि सरकार के द्वारा कोरोना के दूसरी लहर के दौरान यह जो लॉकडाउन लगाया गया. यह काफी कारगर सिद्ध हुआ है. क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमित माहेश्वरी व गुमला के चेंबर सचिव राजेश कुमार गुप्ता ने भी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना से मृत व्यक्तियों को 25 हजार की आर्थिक सहायता का जो सरकार ने एलान किया है वह स्वागत योग्य है.

परंतु व्यवसायी ही आज अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. यदि वही कमजोर हो गये, तो पूरी अर्थव्यवस्था खतरे में आ जायेगी. अतः सरकार को अन्य नौ जिलों में भी सभी प्रतिष्ठानों को खुलवाने हेतु कारगर कदम उठाने की जरूरत है.

Posted By : Sameer Oraon

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