जेसीबी से खोदा जा रहा मनरेगा कूप, ग्रामीणों ने जताया विरोध, जानें क्या है उनकी मांग

रात को जेसीबी मशीन से कुआं खोदने का ग्रामीणों ने विरोध किया. इसके बाद शुक्रवार की सुबह को मजदूरों को काम पर लगाया गया. वर्ष 2020-21 के तहत पतराटोली गांव में दो मनरेगा कुआं को जेसीबी से खुदवाने का मामला प्रकाश में आया है. जिसमें से एक कुआं खोरा पतराटोली में सुखदेव पुजार की जमीन में भक्त साहू का है.

By Prabhat Khabar | March 13, 2021 1:42 PM

Jharkhand News, Gumla News गुमला : गुमला की खोरा पंचायत में मनरेगा का कुआं जेसीबी मशीला से खोदा जा रहा है. जबकि मनरेगा एक्ट में कुआं की खुदाई स्थानीय मजदूरों से कराना है. परंतु मनरेगा एक्ट के विरुद्ध जेसीबी मशीन का उपयोग किया जा रहा है.

रात को जेसीबी मशीन से कुआं खोदने का ग्रामीणों ने विरोध किया. इसके बाद शुक्रवार की सुबह को मजदूरों को काम पर लगाया गया. वर्ष 2020-21 के तहत पतराटोली गांव में दो मनरेगा कुआं को जेसीबी से खुदवाने का मामला प्रकाश में आया है. जिसमें से एक कुआं खोरा पतराटोली में सुखदेव पुजार की जमीन में भक्त साहू का है.

जबकि दूसरा कुआं टुकूदोन स्थित सोहर साहू की जमीन में है. भक्तू साहू का कुआं 11 मार्च की सुबह 10 बजे मशीन से खोदा गया है. जबकि सोहर साहू का कुआं बुधवार की रात आठ बजे मशीन से खोदा गया.

मजदूर नहीं मिले, तो मशीन से खोदा : लाभुक : इस संबंध में लाभुक भक्तू साहू ने कहा कि कुआं खुदवाने के लिए लेबर नहीं मिल रहा था. जिसके कारण जेसीबी मशीन लगाकर कुआं खुदवाया गया है. वहीं सोहर साहू के कुआं के संबंध में पूछने पर कुछ बोलने से कतराने लगा.

सोहर साहू के कूप निर्माण के संबंध में ग्रामीण टिला साव ने कहा कि सोहर साहू का कुआं बुधवार की रात आठ बजे जेसीबी से खुदवाया गया है. इसे मजदूरों ने नहीं खोदा है. ग्रामीण उकेश कुमार साहू ने भी सोहर साहू के कुआं को जेसीबी द्वारा खुदवाने की पुष्टि की है.

उन्होंने कहा कि सोहर साहू से लेबर नहीं लगाने के संबंध में पूछने पर गाली गलौज करता है. मनरेगा एक्ट है, तो मजदूर ही कुआं खोदेंगे. मजदूर को काम नहीं मिलेगा, तो वे पलायन तो करेंगे.

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version