Jharkhand News: एक रुपया में स्टील का बर्तन सेट चाहिए तो आइए गुमला, झारखंड का पहला ‘बर्तन बैंक’ खुला

झारखंड का पहला बर्तन बैंक गुमला में सोमवार को शुरू हुआ. इस बर्तन बैंक से आप एक रुपया में किराये पर स्टील के पांच बर्तनों का सेट ले सकते हैं. वहीं, अत्यंत गरीब लोगों को फ्री में बर्तन सेट उपलब्ध कराया जाएगा. प्लास्टिक चम्मच, गिलास और थर्माकोल प्लेटों से निजात दिलाने के लिए इसकी शुरुआत हुई.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2023 8:37 PM

गुमला, जगरनाथ : सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) के खिलाफ एक कदम आगे बढ़ाते हुए गुमला नगर परिषद (Gumla Municipal Council-GMC) ने एक छोटी सी पहल की है. गुमला शहर में झारखंड का पहला बर्तन बैंक खुला है. सोमवार को बर्तन बैंक का उद्घाटन डीसी गुमला सुशांत गौरव, नगर परिषद अध्यक्ष दीप नारायण उरांव, एसडीओ सदर रवि जैन, उपाध्यक्ष कलीम अख्तर, लोक अभियोजक अनिल पांडेय तथा कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया.

डीसी ने सर्कुलर इकोनॉमी का बताया बेहतर उदाहरण

उपायुक्त ने नगर परिषद की इस पहल को अभिनव तथा अनुकरणीय बताया. उन्होंने कहा कि छोटी सी पहल सर्कुलर इकोनॉमी का अच्छा उदाहरण है. खिलौना बैंक और बर्तन बैंक की तर्ज पर गुमला में पुस्तक बैंक बनाया जा सकता है. वहीं, अध्यक्ष दीपनारायण उरांव ने कहा कि ज्यादातर लोग शादी-ब्याह, सालगिरह और बर्थडे पार्टी जैसे आयोजनों में भोजन-पानी सर्व करने के लिए थर्मोकोल प्लेट और प्लास्टिक गिलास जैसे सस्ते साधन उपयोग करते हैं. फिर उस आयोजन के बाद यही थर्माकोल और प्लास्टिक बर्तन प्रदूषित कूड़ा बनकर शहर को गंदा करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं. इसलिए प्लास्टिक और थर्माकोल के बर्तनों को मात देने और पर्यावरण संरक्षण के लिए नगर परिषद प्रशासन ने शहर के जरूरतमंद नागरिकों को स्टील के बर्तन उपलब्ध करवाने के लिए यह बर्तन बैंक खोला है.

महज एक रुपया में मिलेगा स्टील का बर्तन सेट

उपाध्यक्ष कलीम अख्तर ने कहा कि नगर परिषद अपने खर्चे पर बड़ी संख्या में स्टील के थाली, गिलास, चम्मच, कटोरी आदि खरीदे हैं. लोगों की मांग पर उन्हें कुछ शर्तों पर ये स्टील के बर्तन सेट महज एक रुपया दर पर या अत्यंत गरीब होने पर नि:शुल्क भी उपयोग करने के लिए लोगों को उपलब्ध करायेगा. लेकिन, लोगों की भी जिम्मेदारी रहेगी कि वे थर्माकोल और प्लास्टिक गिलासों का उपयोग न करें.

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स्वयं सहायता समूह को दी गयी जिम्मेदारी

कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इस बर्तन बैंक का संचालन का जिम्मा महिला स्वयं सहायता समूह को दिया गया है, ताकि बर्तन के प्रतीकात्मक किराये से आने वाली राशि से संबंधित महिला समूह की आय में कुछ न कुछ वृद्धि हो सके. सदर एसडीओ रवि जैन ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखना और पर्यावरण की रक्षा करना हम सबका दायित्व है और इस दायित्व को निभाने में कुछ न कुछ भूमिका यह बर्तन बैंक भी जरूर निभायेगा. इसके लिए नगर परिषद प्रशंसा का पात्र है. सभी ने एक स्वर में शहर के लोगों से अपील किया कि शादी-विवाह, जन्मदिन आदि में प्लास्टिक, थर्माकोल आदि के बर्तन की बजाए स्टील के बर्तनों का प्रयोग करें. यदि किसी कारण से लोग स्टील के बर्तनों का खर्चा नहीं उठा सकते हैं, तो इसके लिए नगर परिषद के बर्तन बैंक की मदद ले सकते हैं. बर्तन बैंक की विस्तृत जानकारी राहिल डुंगडुंग से मोबाइल नंबर 9693446098 पर प्राप्त कर सकते हैं.

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