1999 में वोट बहिष्कार के बावजूद रामशरण जायसवाल ने कराया था वोट, उग्रवादियों ने कर दी थी हत्या

दुर्जय पासवान, गुमला... कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वर्गीय रामशरण जायसवाल की 20वीं पुण्यतिथि शुक्रवार को गुमला में मनायी गयी. स्व जायसवाल की वर्ष 1999 में उग्रवादियों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी. जब वे उग्रवादियों के वोट बहिष्कार के बावजूद गांव में पहुंचकर लोगों से वोट करने की अपील की थी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2019 9:45 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वर्गीय रामशरण जायसवाल की 20वीं पुण्यतिथि शुक्रवार को गुमला में मनायी गयी. स्व जायसवाल की वर्ष 1999 में उग्रवादियों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी. जब वे उग्रवादियों के वोट बहिष्कार के बावजूद गांव में पहुंचकर लोगों से वोट करने की अपील की थी. ऐसे नेता को याद करते हुए कांग्रेस कार्यालय गुमला में श्रद्धांजलि दी गयी. कांग्रेसियों ने स्व जयसवाल के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

स्वर्गीय रामशरण जायसवाल की धर्मपत्नी संगीता जायसवाल ने कहा कि स्व जायसवाल की हत्या आठ नवंबर 1999 में उग्रवादियों ने गोली मारकर कर दी थी. उस समय वे गुमला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे. उग्रवादियों ने उन पर ये इलजाम लगाया था कि उनके वोट बहिष्कार को उन्होंने नहीं माना था और बूथ कब्जा करके कांग्रेस पार्टी के पक्ष में वोट डलवाया था.

वास्तव में वे कांग्रेस के सच्चे सिपाही थे. वे कांग्रेस पार्टी के कॉर्डिनेटर व राजीव गांधी ब्रिगेड में शामिल थे. कांग्रेस पार्टी के लिए उन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी. कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी व प्रदेश कमेटी के सदस्य आशिक अंसारी ने कहा कि स्व जायसवाल के कार्यकाल में कांग्रेस बुलंदी पर थी.

गुमला जिले में कांग्रेस को मजबूती प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इसलिए उन्हें भुलाया नहीं जा सकता है. हमसभी उन्हें सच्चे दिल से याद करते हैं और उनके पदचिन्हों में चलते हुए संगठन को मजबूत करने का संकल्प लें. मौके पर धर्मपत्नी संगीता जायसवाल, नपं अध्यक्ष दीपनारायण उरांव, मो आशिक अंसारी, अरूण गुप्ता, सुहैल अंसारी, विकास कुमार सहित कई कांग्रेसी मौजूद थे.