लोकसभा 2014 में विशुनपुर ने लगायी थी भाजपा प्रत्याशी की नैया पार

मनोज सिंह भाजपा के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के प्रत्याशी रामेश्वर उरांव को 2489 मतों से हराया था रांची : लोकसभा-2014 के चुनाव में विशुनपुर विधानसभा ने भाजपा प्रत्याशी सुदर्शन भगत की नैया पार लगायी थी. उन्होंने यहां कांग्रेस प्रत्याशी से करीब 20 हजार से अधिक मतों से बढ़त हासिल की थी, जो कांग्रेस को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2019 8:15 AM
मनोज सिंह
भाजपा के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के प्रत्याशी रामेश्वर उरांव को 2489 मतों से हराया था
रांची : लोकसभा-2014 के चुनाव में विशुनपुर विधानसभा ने भाजपा प्रत्याशी सुदर्शन भगत की नैया पार लगायी थी. उन्होंने यहां कांग्रेस प्रत्याशी से करीब 20 हजार से अधिक मतों से बढ़त हासिल की थी, जो कांग्रेस को भारी पड़ी. गुमला विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को बढ़त मिल गयी थी.
उधर विशुनपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी से अधिक मत तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी चमरा लिंडा को मिला था. इससे कांग्रेस को सबसे अधिक नुकसान हुआ. उस चुनाव में भाजपा के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के प्रत्याशी रामेश्वर उरांव को 2489 मतों से हराया था.
इसके अतिरिक्त अन्य विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों के बीच मतों का अंतर काफी कम रहा था. पिछले चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार चमरा लिंडा को 118355 मत मिले थे. वहीं भाजपा प्रत्याशी सुदर्शन भगत को 2,26,666 तथा कांग्रेस के प्रत्याशी रामेश्वर उरांव को 2,20,177 मत मिले थे.
पांच विधानसभा सीट है लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में : लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा सीट (मांडर, सिसई, गुमला, विशुनपुर व लोहरदगा) है. मांडर, रांची जिले में पड़ता है. वहीं सिसई, गुमला व विशुनपुर सीट गुमला जिले में. इसके अतिरिक्त लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र भी है. पिछले चुनाव में चमरा लिंडा के मैदान में आ जाने से त्रिकोणीय संघर्ष हो गया था. इधर, इस बार कांग्रेस, झामुमो, झाविमो व राजद के महागठबंधन के बाद यह सीट कांग्रेस के कोटे में चली गयी है.
चमरा लिंडा झामुमो के विधायक हैं. श्री लिंडा पार्टी से आग्रह कर चुके हैं, इस सीट को फ्रेंडली घोषित कर प्रत्याशी दिया जाये. ऐसा नहीं होने पर उन्होंने चुनाव लड़ने की घोषणा भी की है. पिछले चुनाव में झारखंड विकास मोरचा ने वीरेंद्र भगत को उतारा था. श्री भगत को कुल 26109 मत मिले थे. इसमें 11 हजार से अधिक मत मांडर से ही मिला था.
अभी दो विधानसभा सीट महागठबंधन और तीन भाजपा के पास : इस चुनाव में भाजपा और महागठबंधन के विधायकों के लिए भी इन सीटों पर वोट दिलाने की चुनौती होगी. अभी लोहरदगा संसदीय क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से तीन पर भाजपा के विधायकों का कब्जा है. वहीं दो सीट महागठबंधन के खाते में है. मांडर से भाजपा की गंगोत्री कुजूर, सिसई से विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, गुमला से शिवशंकर उरांव तथा विशनुपुर से झामुमो के चमरा लिंडाविधायक हैं. इसके अतिरिक्त कांग्रेस केसुखदेव भगत लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. श्री भगत उप चुनाव में यह सीट जीते हैं. इससे पूर्व इस सीट पर आजसू का कब्जा था.
2014 लोस चुनाव में दलों को मिले विधानसभा क्षेत्रवार वोट
मांडर
झाविमो 11167
कांग्रेस 51676
भाजपा 53786
टीएमसी 29744
सिसई
झाविमो 4318
कांग्रेस 39821
भाजपा 41826
टीएमसी 25513
गुमला
झाविमो 3115
कांग्रेस 53578
भाजपा 43034
टीएमसी 9331
विशुनपुर
झाविमो 3156
कांग्रेस 20562
भाजपा 40661
टीएमसी 34239