गुमला : हिंडालको कंपनी के माइनिंग मेट जयकांत सिंह की हत्या, परिवहन कार्य ठप

दुर्जय पासवान, गुमला घाघरा ब्लॉक के सेरेंगदाग माइंस कॉलोनी में हिंडालको कंपनी के माइनिंग मेट 50 वर्षीय जयकांत सिंह की बीती रात अज्ञात अपराधियों ने लाठी डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद अपराधी आराम से चलते बने. खास बात यह है कि जिस जगह पर हत्या हुई वहां पर हिंडालको कंपनी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 1, 2019 5:34 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

घाघरा ब्लॉक के सेरेंगदाग माइंस कॉलोनी में हिंडालको कंपनी के माइनिंग मेट 50 वर्षीय जयकांत सिंह की बीती रात अज्ञात अपराधियों ने लाठी डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद अपराधी आराम से चलते बने. खास बात यह है कि जिस जगह पर हत्या हुई वहां पर हिंडालको कंपनी के 30 सुरक्षा गार्ड के अलावे कई कर्मचारी रहते हैं. लेकिन घटना के संबंध में किसी को कोई जानकारी ही नहीं.

घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि जयकांत सिंह हिंडालको कंपनी के कर्मचारी थे. पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से सेरेंगदाग माइंस में कार्यरत थे. जयकांत सिंह गांव के ही हिंडालको कंपनी में कार्यरत ब्लास्टर बाबू लाल उरांव के घर शादी समारोह में भाग लेने के लिए कल शाम गये थे. जिसके पास वापस आकर अपने कमरे में जाकर सो गये. सुबह में हिंडालको कंपनी के सुरक्षा गार्ड जय मंगल उरांव ने देखा कि उनका शव पड़ा हुआ है.

जिसके बाद इसकी सूचना माइंस मैनेजर अखिलेश कुमार सिन्हा को दी जिसके तुरंत बाद अखिलेश कुमार सिन्हा ने पुलिस को दूरभाष पर घटना की जानकारी देते हुए घटनास्थल आने का बात कही. जयकांत सिंह मूल रूप से बिहार के बिहटा जिले के रहने वाले थे. घटना की सूचना उनके परिवार वालों को दूरभाष के माध्यम से उनके सहयोगियों ने पहुंचा दी है.घटना के बाद सुबह छह बजे पुलिस को सूचना दी गयी लेकिन दोपहर एक बजे तक पुलिस घटनास्थल तक नहीं पहुंच पायी थी.

परिवहन कार्य ठप

जयकांत सिंह के हत्या से हिंडालको कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है. हिंडालको कर्मी व बॉक्साइट ट्रक चालक व मजदूरों ने खनन व परिवहन कार्य को बंद करा दिया है. कर्मियों का कहना है कि रात को कंपनी में प्रशासन के द्वारा यहां सुरक्षा व्यवस्था किसी भी तरह से नहीं कराया जाता है. लगातार अपराधी इस इलाके में घूमते रहते हैं. कई बार कई कर्मियों की पिटाई भी कर चुके हैं. बावजूद यहां पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. जब तक जान माल की सुरक्षा की गारंटी हिंडालको व प्रशासन नहीं लेगी तब तक खनन व परिवहन का कार्य बंद रहेगा.

कहीं ईमानदारी तो कारण नहीं

जयकांत सिंह की हत्या एक रहस्य बन गया है लगातार पिछले 15 साल से इस इलाके में वे हिंडालको कंपनी में माइनिंग मेट के रूप में काम कर रहे थे. लोग तरह तरह की चर्चा करते हुए बोल रहे थे की जय कांत सिंह बॉक्साइट माइंस में कार्यरत होते हुए काफी मृदुभाषी व व्यवहारिक व्यक्तित्व के छवि बना कर रखे थे. यह बात कई लोगों की गले की हड्डी बन गयी थी. साथ ही साथ हत्या में साजिश का भी अंदेशा लोग लगा रहे हैं.

जांच कराने की मांग

हिंडालको सेरेंगदाग माइंस के प्रबंधक अखिलेश कुमार सिन्हा ने घटना के संबंध में बताया कि घटना किस तरह से घटी इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है, लेकिन घटना काफी दुखद व मार्मिक है. इसकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए और अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए.

नजदीक में पिकेट, फिर भी हत्या

घटनास्थल से महज 50 मीटर की दूरी पर पुलिस का पिकेट है. जहां 35 की संख्या में जैप के जवान रात दिन रहते हैं. वहीं घटना जहां पर घटी उसे महज 10 फीट की दूरी पर हिंडालको कंपनी के सुरक्षा गार्ड 30 की संख्या में रहते हैं, लेकिन अपराधी कैसे घटना को अंजाम देकर चले गये और किसी को कोई भनक तक नहीं लगी यह एक बड़ा सवाल है?

सुरक्षा पर सवाल

माइंस में कार्यरत हिंडालको कर्मियों ने सामूहिक रूप से कहा कि जिस तरह से निर्मम हत्या की गयी है. इससे यह पता चलता है कि यहां पर कोई भी सुरक्षित नहीं है कर्मचारियों में भी भय का माहौल है हिंडाल्को कर्मी अब सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version