गुमला मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मी सम्मानित, IG आशीष बत्रा ने कहा- नक्सली सरेंडर करें, नहीं तो मारे जायेंगे

दुर्जय पासवान, गुमला बसिया प्रखंड में पीएलएफआइ के सबजोनल कमांडर कृष्णा गोप को मुठभेड़ में मारने वाली पुलिस टीम को शनिवार को पुलिस लाइन चंदाली में समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया. इस निमित आइजी अभियान आशीष बत्रा, डीआइजी एसटीएफ साकेत कुमार सिंह, डीआइजी एवी होमकर, डीआइजी सीआइडी अखिलेश झा ने मुठभेड़ टीम में शामिल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 15, 2018 6:51 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

बसिया प्रखंड में पीएलएफआइ के सबजोनल कमांडर कृष्णा गोप को मुठभेड़ में मारने वाली पुलिस टीम को शनिवार को पुलिस लाइन चंदाली में समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया. इस निमित आइजी अभियान आशीष बत्रा, डीआइजी एसटीएफ साकेत कुमार सिंह, डीआइजी एवी होमकर, डीआइजी सीआइडी अखिलेश झा ने मुठभेड़ टीम में शामिल एएसआइ बबलू बेसरा सहित सात जवानों को प्रशस्त्रि पत्र व 25-25 हजार रुपया नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.

वहीं एसपी अंशुमन कुमार को आइजी आशीष बत्र ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. आईजी आशीष बत्रा ने कहा कि डीजीपी के निर्देश पर हम अपने जवानों की पीठ थपथपाने आये हैं. उन्होंने सबजोनल कमांडर को मारने वाली टीम को दो लाख 50 हजार रुपया का एवार्ड दिया है. टीम के सदस्यों को पांच-पांच हजार रुपया बैंक के माध्यम से भुगतान होगा.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में 45 से अधिक मुठभेड़ टीपीसी, पीएलएफआइ, माओवादी व अन्य उग्रवादी संगठन से हुआ है. जिसमें पुलिस ने 26 उग्रवादियों को मार गिराया है. जिसमें टीपीसी, जेजेएमपी, पीएलएफआइ व माओवादियों के सदस्य थे. वहीं 175 से अधिक उग्रवादियों ने सरेंडर किया है. झारखंड पुलिस लगातार राज्य से नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान चला रही है.

उन्होंने नक्सलियों से सरेंडर करने का अनुरोध किया. साथ ही कहा कि अगर उग्रवादी सरेंडर नहीं करेंगे, तो पुलिस उन्हें मार देगी. झारखंड को नक्सलमुक्त बनाना झारखंड पुलिस का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने बताया कि पुलिस दबाव के कारण झारखंड राज्य में उग्रवादी संगठन कमजोर हुए हैं. अगर वे पहले एक हजार थे. तो अब 500 के निमित आ गये हैं. उन्होंने बताया कि नक्सली संगठनों का कोई उद्देश्य नहीं है.

उन्‍होंने कहा कि वे सिर्फ अपने परिवार के लिए लेवी उठाते हैं. साथ ही यहां के भोले-भाली जनता को बहला फुसलाकर संगठन में शामिल कर उनका शोषण करते हैं. वे अब बच नहीं सकते हैं. वे अगर सरेंडर नहीं करेंगे, तो पुलिस से मुठभेड़ होने पर पुलिस मार देगी. इससे आईजी ने समारोह में बैठे पुलिस जवानों से मुलाकात की. साथ ही झारखंड पुलिस जिंदाबाद, झारखंड जिंदाबाद के नारेबाजी कराते हुए उनका हौसला अफजाई किया.

उन्होंने कहा कि जवानों में काफी ऊर्जा है. आप सभी ऐसे ही कार्य करते रहे. झारखंड से नक्सली को खत्म करने में सहयोग करें. मौके पर एसपी अंशुमन कुमार, एएसपी अभियान सरोज कुमार, हेड क्वार्टर डीएसपी विकास कुमार पांडेय, एसडीपीओ विमल कुमार, एसडीपीओ दीपक कुमार, सार्जेंट प्रणव कुमार, इंस्पेक्टर विद्या प्रसाद सिंह, थानेदार राकेश कुमार सहित कई पुलिस पदाधिकारी व जवान मौजूद थे.

इन जवानों को किया सम्मानित

एसपी अंशुमन कुमार, एएसआइ बबलू बेसरा, आरक्षी संदीप टोप्पो, पवन कुमार यादव, राजेश कुमार, प्रभात तिग्गा, विनय केरकेट्टा, पवन कुमार महतो, विरेंद्र कुमार यादव को सम्मानित किया गया.

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