गोड्डा में घने कोहरे और ठंड से जनजीवन प्रभावित
सड़क व रेल यातायात धीमा, स्वास्थ्य पर पड़ रहा प्रभाव, प्रशासन की अलाव व्यवस्था नहीं
गोड्डा जिले में मंगलवार की अहले सुबह से घने कोहरे ने जनजीवन को काफी प्रभावित किया है. बढ़ी हुई कनकनी और लो विजिबिलिटी के कारण लोगों को घरों में दुबककर रहने पर मजबूर होना पड़ा. उत्तरी-पश्चिमी सतही हवा के बीच न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दृश्यता (विजिबिलिटी) 30 मीटर तक सीमित रह गयी, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ. सड़क परिवहन पर सबसे अधिक असर देखने को मिला. नेशनल हाईवे और फोरलेन सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गयी और चालकों को हेडलाइट और फॉग लाइट का प्रयोग करना पड़ा. रेल परिचालन भी आंशिक रूप से प्रभावित रहा. कई ट्रेनें निर्धारित समय पर नहीं चल पायी और प्लेटफार्म पर यात्री कोहरे और ठंड में खड़े दिखे. एयर क्वालिटी इंडेक्स 169 के आसपास दर्ज किया गया, जो हानिकारक श्रेणी में आता है. बढ़ते प्रदूषण और ठंड के कारण सांस रोगी, बुजुर्ग और बच्चों को विशेष परेशानी झेलनी पड़ रही है. सदर अस्पताल के डीएस डॉ. टीएस झा ने बताया कि मौसम में खांसी, जुकाम, आंखों में जलन और सांस फूलने की शिकायतें बढ़ जाती हैं.
मौसम विशेषज्ञ की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद के अनुसार, 24-25 दिसंबर को संताल परगना में घने कोहरे और ठंड का प्रकोप जारी रहेगा. 26 दिसंबर से मध्यम दर्जे का कोहरा रहने की संभावना है, जबकि रात का तापमान अधिक बदलाव नहीं दिखाएगा.नगर में अलाव की व्यवस्था नहीं
जिला मुख्यालय में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और सुबह से दोपहर तक कुहासा बना रहता है. लोग दोपहर बारह बजे के बाद ही घरों से निकलते हैं और शाम पांच बजे तक घरों में दुबकने को मजबूर रहते हैं. ठंड से बचाव के लिए नगर प्रशासन या जिला प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं होने से बाजार वासियों में नाराजगी है.
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