झारखंड में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में सरैयाहाट सीएचसी ने हासिल किया प्रथम स्थान
1429 गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच के साथ दर्ज की श्रेष्ठ उपलब्धि
झारखंड राज्य में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत दुमका जिले के सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ने एक साल में 1429 गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच कर पहला स्थान प्राप्त किया है. अभियान के तहत गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व देखभाल सेवाएं प्रदान कर मातृ मृत्यु दर को कम करना उद्देश्य है. दूसरे स्थान पर सांरवा सीएचसी (देवघर) रही, जहां 1421 महिलाओं की जांच की गयी. वहीं, गोड्डा जिला का महागामा सीएचसी आठवें स्थान पर है. इस अभियान में एएनसी में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 24 चिकित्सकों को रांची में सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल पूरा होने पर सम्मानित किया गया.
जिला वार रिपोर्ट (शीर्ष 10 स्वास्थ्य केंद्र)
सीएचसी सरैयाहाट (दुमका) : 1429सीएचसी सांरवा (देवघर) : 1421
डीएच खूंटी : 1163पश्चिम सिंहभूम : 922
सदर अस्पताल खरसांवां : 899सीएचसी गांडेय (गिरिडीह) : 888
सीएचसी तोपचांची (धनबाद) : 824सीएचसी महागामा (गोड्डा) : 805
सदर अस्पताल रांची : 775सदर अस्पताल गुमला : 758
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व देखभाल प्रदान करना है, जिससे मातृ मृत्यु दर में कमी लायी जा सके. अभियान के तहत राज्यभर में सीएचसी और डीएच स्तर पर सक्रिय प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि हर गर्भवती महिला तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
