अधिकारों की रक्षा और समान अवसर सुनिश्चित करने का महत्व दर्शाता अल्पसंख्यक अधिकार दिवस : एसडीओ

अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया उद्घाटन, अल्पसंख्यक अधिकारों और शिक्षा पर दिया जोर

By SANJEET KUMAR | December 18, 2025 11:25 PM

स्थानीय सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय में गुरुवार को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संयुक्त रूप से उद्घाटन एसडीओ वैद्यनाथ उरांव, जिला योजना एवं पंचायती राज पदाधिकारी फैजान सरवर, जिला खेल एवं पर्यटन पदाधिकारी डॉ. प्राण महतो, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हाजी इकरारूल हसन आलम और कांग्रेस मीडिया हंट के कोऑर्डिनेटर अनिल ओझा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर एसडीओ वैद्यनाथ उरांव ने कहा कि 1992 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा राष्ट्रीय धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर अपनायी गयी घोषणा को याद करना आवश्यक है. यह दिवस अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा, उनके सामने आने वाली समस्याओं के प्रति जागरूकता और समान अवसर सुनिश्चित करने का महत्व दर्शाता है. उन्होंने मुस्लिम समाज में विशेष रूप से शिक्षा प्राप्ति पर ध्यान देने की सलाह दी और कहा कि कठिनाईयों के बावजूद प्रयासरत रहना चाहिए. झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हाजी इकरारूल हसन आलम ने कहा कि यह दिवस अल्पसंख्यक समुदायों के धर्म, भाषा, संस्कृति और परंपराओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. भारत में मुसलमान, सिख, बौद्ध, ईसाई और जैन धर्म के लोग अल्पसंख्यक समुदाय में आते हैं. जिला खेल एवं पर्यटन पदाधिकारी डॉ. प्राण महतो ने बताया कि अल्पसंख्यक केवल किसी एक धर्म तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में विभिन्न धर्मों के लोग अल्पसंख्यक कहलाते हैं. उन्होंने इस तरह की गोष्ठी आयोजित करने पर जिला प्रशासन और अल्पसंख्यक आयोग की सराहना की. जिला योजना एवं पंचायती राज पदाधिकारी फैजान सरवर ने कहा कि अल्पसंख्यक अधिकार दिवस वैश्विक विमर्श में अल्पसंख्यक अधिकारों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. झारखंड मदरसा शिक्षक संघ के महासचिव हामिदउल गाज़ी ने कहा कि संविधान में अल्पसंख्यकों को प्राप्त अधिकारों का कभी-कभी उल्लंघन किया जाता है, जिससे समाज भय और असुरक्षा का सामना करता है. उन्होंने कहा कि सरकार को इन अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट मानवतावादी एवं सामाजिक कार्य करने वालों में सिस्टर कुसुम, मिसेज एलिजाबेथ, संत थॉमस स्कूल गोविंदपुर के सचिव फिलमन किस्कु, बौद्ध समाज से प्रदीप कुमार विद्यार्थी, जैन धर्म से विकास जैन, साहेबगंज से बाल कल्याण समिति के अनिल ओझा और दीपक कुमार दास, महिला सम्मान के लिए सुशीला देवी, झारखंड मदरसा संघ के अध्यक्ष हामिद गाज़ी और डॉ. अफजाल को सम्मानित किया गया. साथ ही एसडीओ वैद्यनाथ उरांव, डॉ. प्राण महतो और फैजान सरवर को भी सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का मंच संचालन हाजी इकरारूल हसन आलम ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मदरसा तजविदुल कुरआन दिग्घी के पूर्व प्राचार्य मौलाना ताजुद्दीन ने किया. मौके पर डॉ. नुरूद्दीन शेख, झारक्राफ्ट के मो. अब्दुल कादिर, मो. इब्राहिम, राजेश अंसारी, आलमगीर आलम, मो. मिनहाज अंसारी के अलावा बड़ी संख्या में मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध और जैन धर्म समुदाय के लोग, सिविल सोसाइटी, बुद्धिजीवी एवं मदरसा प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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