बिसाहा पहाड़ के नीचे मिली एक माह की नवजात बच्ची

माह की नवजात बच्ची लावारिश हालत में मिलने के बावजूद सकुशल बच गयी. बिसाहा पहाड़ी के पास किसी नृशंस माता–पिता ने इस मासूम को फेंक दिया था. लेकिन रूपूचक गांव के मोहम्मद इशराफिल और उनकी पत्नी मोमिना खातून ने बच्ची को गोद लेकर मानवता और ममता की अनोखी मिसाल पेश की.

By Prabhat Khabar News Desk | December 11, 2025 9:17 PM

– रूपुचक के मोहम्मद इशराफिल ने मानवता का दिया परिचय, लिया गोद प्रतिनिधि , पथरगामा “जाको राखे साईंया, मार सके न कोय”… ईश्वर की इसी असीम कृपा और सुरक्षा का प्रत्यक्ष उदाहरण पथरगामा थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जहां एक माह की नवजात बच्ची लावारिश हालत में मिलने के बावजूद सकुशल बच गयी. बिसाहा पहाड़ी के पास किसी नृशंस माता–पिता ने इस मासूम को फेंक दिया था. लेकिन रूपूचक गांव के मोहम्मद इशराफिल और उनकी पत्नी मोमिना खातून ने बच्ची को गोद लेकर मानवता और ममता की अनोखी मिसाल पेश की. मोहम्मद इशराफिल का यह कदम समाज के उस कठोर चेहरे को उजागर करता है, जो आज भी बेटियों को बोझ समझता है. यह घटना साबित करती है कि ममता का रिश्ता केवल रक्त का नहीं, बल्कि अपनाने का भी होता है. दंपती का कार्य ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की वास्तविक भावना को दर्शाता है. गुरुवार को बिसाहा पहाड़ी के नीचे अचानक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. आवाज बढ़ने पर लोग मौके की ओर दौड़े, जहां नन्हीं बच्ची जमीन पर जोर-जोर से रो रही थी. इसी बीच सूचना मिलने पर मो इशराफिल पहुंचे और उन्होंने अपनी पत्नी मोमिना खातून को भी बुलाया. मोमिना खातून ने बिना देर किए बच्ची को गोद में उठाया और घर ले जाकर स्थानीय चिकित्सक से उसका स्वास्थ्य जांच करायी. चिकित्सक ने बच्ची को पूरी तरह सामान्य बताया और आवश्यक दवाएं दीं. इसके बाद दंपती ने नवजात के मिलने की सूचना पथरगामा थाने को दी. बच्ची को लेकर थाने पहुंचे. पथरगामा पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात की जांच करायी. आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्ची को दंपती की मांग पर उनकी सुपुर्दगी में दे दिया. मो इशराफिल ने बताया कि उनके पहले से तीन पुत्र हैं, और अब उन्हें ईश्वर ने पुत्री भी दे दी है. उन्होंने कहा कि बच्ची की देखभाल में कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. ग्रामीण दंपती के साहसिक कदम की सराहना कर रहे हैं, वहीं बच्ची को फेंकने वाले माता-पिता की कड़ी निंदा हो रही है. लोगों का कहना है कि भगवान का शुक्र है कि मासूम पर किसी जंगली जानवर की नजर नहीं पड़ी, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.

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