महागामा में 81 करोड़ की जलापूर्ति योजना बनी मुसीबत, टूटी सड़कें और कीचड़ से लोग परेशान
पाइपलाइन बिछाने के बाद अधूरे मरम्मत कार्य से वार्डों की सड़कें जर्जर, नगर पंचायत ने जल्द सुधार का दिया आश्वासन
महागामा नगर पंचायत क्षेत्र में 81 करोड़ रुपये की लागत से चल रही शहरी जलापूर्ति योजना फिलहाल लोगों के लिए राहत से अधिक परेशानी का कारण बन गयी है. योजना के तहत टीचर्स कॉलोनी सहित कई वार्डों में 15 दिन पूर्व पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया गया था, लेकिन मरम्मत कार्य में लापरवाही बरतने से सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है. टीचर्स कॉलोनी समेत कई मोहल्लों में पीसीसी सड़कें टूट गयी हैं और जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं. सड़क किनारे खुदाई के बाद मिट्टी से हल्की भरायी की गयी, जिससे बारिश के दौरान पानी भर गया और पूरे इलाके में कीचड़ फैल गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि घरों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है. अंधेरे में कई लोग कीचड़ और गड्ढों में गिरकर घायल भी हो चुके हैं. निवासी पंकज कुमार ने बताया कि पाइप लाइन डालने के बाद सड़क की सही मरम्मत नहीं की गयी, जिसके कारण कीचड़ और फिसलन से दुर्घटनाएं हो रही हैं. वहीं सुमन कुमार ने कहा कि पीसीसी सड़क बीचोंबीच खोद दी गयी है, जिससे घर से वाहन निकालना भी मुश्किल हो गया है. इस संबंध में नगर पंचायत के सिटी मैनेजर रोहित कुमार ने बताया कि 81 करोड़ रुपये की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना के अंतर्गत लहठी गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण हो रहा है, जिसमें सुंदर जलाशय से पानी लाकर शुद्ध कर नगर क्षेत्र में आपूर्ति की जाएगी. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ इलाकों में आवागमन की समस्या उत्पन्न हुई है. ऐसे स्थानों पर तात्कालिक रूप से सड़क मरम्मत का कार्य कराया जाएगा. हालांकि यह योजना भविष्य में नगरवासियों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा देने की दिशा में बड़ी पहल है, लेकिन वर्तमान में टूटी सड़कों और कीचड़ भरे रास्तों ने महागामा के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
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