21.78 लाख रुपये की मरम्मत के केवल पांच वर्ष बाद ही भवन जर्जर, सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता

गोड्डा का नगर भवन बदहाल. छत-छज्जे टूटे, दीमक से दीवारें हुई खोखली

By SANJEET KUMAR | November 28, 2025 11:43 PM

गोड्डा नगर परिषद क्षेत्र के शिवाजी नगर (वार्ड संख्या 21) में स्थित एकमात्र नगर भवन बदहाली का शिकार है. सरकारी एवं सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन का प्रमुख स्थल होने के बावजूद भवन का रखरखाव अत्यंत लचर है. छत व छज्जे टूटकर गिरने लगे हैं, जिससे किसी भी समय दुर्घटना घटने की आशंका बनी रहती है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2005 में नगर विकास विभाग की निधि से नगर भवन का शिलान्यास तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव तथा गोड्डा के दिवंगत पूर्व विधायक मनोहर कुमार टेकड़ीबाल ने किया था. निर्माण कार्य शुरू होने के बाद संवेदक आधा-अधूरा कार्य छोड़कर फरार हो गया, जिससे भवन वर्षों तक खंडहर की तरह पड़ा रहा. वर्ष 2011 में नगर परिषद बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित कर शेष निर्माण कार्य पूरा कराया गया. इसके बाद 2019 में नगर परिषद द्वारा भवन का जीर्णोद्धार किया गया, जिस पर 21,78,800 रुपये खर्च हुए और संवेदक नवल किशोर यादव को इसका कार्यादेश मिला. लेकिन जीर्णोद्धार के केवल पांच वर्षों बाद ही भवन की स्थिति फिर से जर्जर होने लगी है. छत व छज्जे टूट रहे हैं, दीवारों में लगी लकड़ी को दीमक नष्ट कर रही है, वहीं बिजली व्यवस्था भी खराब है. महिला एवं पुरुष शौचालय मौजूद हैं, परंतु नल में पानी कभी-कभार ही आता है और पानी की टंकी से जुड़े पाइप टूटने के कगार पर हैं. भवन के पिछले हिस्से में नगर परिषद के वाहन खड़े रहते हैं. टाउन हॉल के बाहर बने डीलक्स यूरिनल की पानी की टंकी गायब हो चुकी है, जिससे वहां गंदगी का अंबार लगा रहता है.

किराया 15,000 रुपये, फिर भी रखरखाव नहीं

नगर भवन का एक दिन का किराया 15,000 रुपये निर्धारित है. इसके बावजूद इसके रखरखाव और साफ-सफाई पर नगर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. भवन में प्रवेश करते ही दीवारों में लगी लकड़ी पर दीमक का प्रकोप साफ दिखाई देता है. कार्यक्रमों के दौरान कुर्सियों तक की व्यवस्था बाहर से भाड़े पर करनी पड़ती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते मरम्मत नहीं की गयी तो किसी दिन छत गिरने जैसी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. नगरवासियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है.

क्या कहते हैं अधिकारी-शिवाजी नगर स्थित नगर भवन की खराब स्थिति की जानकारी नहीं थी. मैं शीघ्र ही नगर भवन का निरीक्षण करूंगा. यदि भवन में मेंटेनेंस की आवश्यकता पायी गयी, तो उसे निश्चित रूप से कराया जाएगा.

-अरविन्द अग्रवाल, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद गोड्डाB

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