इंटरनेट या मैसेज के अज्ञात स्रोतों से बचें

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं की रही उपस्थिति

By SANJEET KUMAR | August 25, 2025 11:20 PM

साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम को लेकर सोमवार को महिला इंटर कॉलेज पथरगामा में जन जागरूकता अभियान के तहत साइबर गोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता महिला इंटर कॉलेज पथरगामा के निदेशक रूपेश मिश्रा ने किया. कार्यक्रम में बतौर एक्सपर्ट पथरगामा थाना के एसआई रवि किस्कू ने साइबर अपराध से जुड़े विषयों पर छात्राओं को जानकारी दिया. कहा कि इन दिनों साइबर क्राइम के लोग तेजी से शिकार बन रहे हैं. वजह कुछ असावधानियां हैं, जिसका पालन लोग नहीं करते हैं, जिससे वे ठगी के शिकार बन जाते हैं. खासतौर पर स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. अमूमन देखा जा रहा है कि साइबर फ्रॉड मोबाइल पर तरह-तरह के ऑफर एवं प्रलोभन वाले लिंक भेजकर स्टूडेंट्स को अपना शिकार बना रहे हैं. बचाव में छात्र-छात्राओं को जागरूक होने की जरूरत है. अनजान लिंक और अटैचमेंट पर क्लिक करने से बचने की सलाह दिया गया. मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करना बचाव का एक बेहतर तरीका है. सार्वजनिक वाई-फाई पर संवेदनशील जानकारी साझा करने से भी बचने की बातें कही गईं. एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करने, अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट रखने और संदिग्ध लिंक से बचने की अपील की गई. कहा कि ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर अज्ञात स्रोतों से आए लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें, क्योंकि वे मैलवेयर या फिशिंग स्कैम हो सकते हैं. हर ऑनलाइन खाते के लिए मजबूत और अलग पासवर्ड बनाएं. संभव हो तो बहु-कारक प्रमाणीकरण सक्षम करें. कंप्यूटर और मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम, ब्राउजर और अन्य सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें एवं एंटी-वायरस का उपयोग करें. डिवाइस पर एक प्रतिष्ठित और अपडेटेड एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें ताकि मैलवेयर से सुरक्षा मिल सके. अपनी ऑनलाइन प्रोफाइल और सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की जाने वाली जानकारी को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि यह स्कैमर्स को आपके खातों तक पहुंचने में मदद कर सकती है. अपनी पहचान से जुड़ी संवेदनशील जानकारी जैसे स्कूल का नाम, पता, आधार नंबर आदि को सोशल मीडिया पर साझा करने से बचने का परामर्श दिया गया. उन्होंने मोबाइल फोन पर भेजे जाने वाले लालच भरे ओटीपी को इग्नोर करने की बात कही. साथ ही किसी भी हाल में अनजान व्यक्ति को एटीएम का नंबर या ओटीपी शेयर न करें. मोबाइल में कई गेम्स से पैसा अर्जित करने के लालच में भी लोग साइबर फ्रॉड का शिकार बन रहे हैं. कहा कि अपने घर, परिवार और मित्रों के साथ इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के बारे में चर्चा करें और उन्हें साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करें. कहा कि यदि आप साइबर क्राइम का शिकार होते हैं तो नजदीकी पुलिस थाना जाएं या फिर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन रिपोर्ट कर सकते हैं. साथ ही संदिग्ध लेनदेन को रोकने के लिए 1930 पर कॉल कर सकते हैं. कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने सावधानी एवं सीमित इंटरनेट का उपयोग करने का संकल्प लिया. वहीं वक्ताओं एवं छात्राओं ने प्रभात खबर के इस अभियान की बारीकी से सराहना की. कहा कि प्रभात खबर गांव, समाज, देश, दुनिया की खबरें प्रकाशित करने के साथ-साथ हमेशा से जनहित से जुड़े मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने का काम करता रहा है. मौके पर ज्वाला प्रसाद मिश्रा, नितेश रंजन समेत बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थीं. कार्यक्रम का संचालन प्रतिनिधि शशांक विक्रम ने किया.

एक्सपर्ट की राय-

समय बदल रहा है. आए दिन साइबर क्राइम के लोग शिकार बन रहे हैं. इंटरनेट के माध्यम से अपराध किया जाता है. इस अपराध का एकमात्र उद्देश्य रुपए पैसे की ठगी करना है. सावधानी बरतने में चूक व जानकारी के अभाव में ही गलतियां हो जाती हैं. मोबाइल पर कॉल कर कभी पैसे जीतने, तो कभी लॉटरी लगने, तो कभी दुर्घटना होने की बात कहकर साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बना देते हैं. साइबर क्राइम होने पर आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाती है. यदि फोन करने वाले की स्पष्ट पहचान नहीं होती है तो किसी भी प्रकार का लेनदेन नहीं करना चाहिए. एटीएम, आधार सहित अन्य संवेदनशील जानकारियों को साझा करने से बचना चाहिए.

रवि किस्कू, अवर निरीक्षक, पथरगामा थाना

आवश्यक सावधानियां साइबर फ्रॉड के शिकार होने से बचा सकती हैं. देश डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर अग्रसर है, जो एक बेहतर पहल है. लोगों को किसी प्रकार के लेनदेन में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा मिल रही है. लोग जेब में नगद पैसे को ढोने के साथ-साथ नगद रुपए पैसे की छिनतई से बच रहे हैं. मगर सुविधा का बुरा असर तब लोगों के ऊपर दिखाई देता है जब लोग आवश्यक सावधानियों का पालन करना छोड़ देते हैं और साइबर अपराधी का शिकार बन जाते हैं. असावधानियां और जानकारी के अभाव में लोग साइबर फ्रॉड का शिकार बन जाते हैं. अपने ऑनलाइन खातों या सोशल मीडिया पर कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक विवरण, ओटीपी या पिन जैसी संवेदनशील जानकारी साझा न करें. साइबर क्राइम में पहचान की चोरी, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी चुराकर धोखाधड़ी की जाती है. फिशिंग, जहाँ धोखेबाज ईमेल या वेबसाइटों का उपयोग करके वित्तीय डेटा चुरा लिया जाता है. हैकिंग, जो किसी सिस्टम तक अनाधिकृत पहुँच प्राप्त करना है. रैंसमवेयर, एक प्रकार का साइबर जबरन वसूली है जहाँ डेटा को एन्क्रिप्ट करके फिरौती मांगी जाती है. इसके साथ ही साइबर स्टॉकिंग, जिसमें किसी व्यक्ति को बार-बार ऑनलाइन परेशान किया जाता है. ऐसे मामलों से बचने के लिए सावधानी रखनी जरूरी है.

रूपेश मिश्रा, निदेशक, महिला इंटर कॉलेज, पथरगामा

साइबर क्राइम से बचने के लिए सबसे पहले साइबर फास्टिंग जरूरी है. काम के लायक और सीमित रूप से ही मोबाइल, लैपटॉप के उपयोग को साइबर फास्टिंग कहते हैं. यूजर्स सुरक्षित बने रहेंगे. अनजान ईमेल या मैसेज के अटैचमेंट को न खोलें और न ही अविश्वसनीय वेबसाइटों पर जाएं अन्यथा यूजर्स का अकाउंट हैक हो सकता है और उन्हें ठगी का सामना करना पड़ सकता है. मोबाइल, कंप्यूटर, डिवाइस, नेटवर्क और डेटा तक अनाधिकृत पहुंच को रोकने के लिए पासवर्ड या पिन सुरक्षा का उपयोग करके अपने सभी उपकरणों को सुरक्षित रखें. मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें, आवश्यकता पड़ने पर उन्हें रीसेट करें तथा डिफॉल्ट पासवर्ड बदलें.

प्रो. विवेक राज, महिला इंटर कॉलेज, पथरगामा

विभिन्न ऑनलाइन शॉपिंग साइट में यदि कोई वस्तु को कैश ऑन डिलीवरी पर बुक किया गया है. फोन पर किसी के द्वारा उस वस्तु पर ऑनलाइन पेमेंट करने पर तय मूल्य पर डिस्काउंट होने की बात कही जा रही है, तो ऐसे फोन भी साइबर फ्रॉड का हिस्सा हो सकते हैं. क्योंकि जब यूजर्स ने पेमेंट मोड पर कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुन रखा है, तो ऑनलाइन पेमेंट पर डिस्काउंट होने का फोन आना संदिग्ध है. ऐसे फोन आने पर तुरंत पैसा ट्रांसफर नहीं करना चाहिए, नहीं तो शिकार बन सकते हैं. यदि कोई फोन पर बैंक पदाधिकारी बनकर एटीएम ब्लॉक होने की बात कहते हुए एटीएम के नंबर की मांग करता है, तो ऐसा कॉल फ्रॉड कॉल है. इससे बचना चाहिए. साइबर अपराध एक खतरनाक हमला है, जिसका शिकार कोई भी बन सकता है. सार्वजनिक वाईफाई से भी यूजर्स को सावधान रहना चाहिए.

प्रो. गायत्री, महिला इंटर कॉलेज, पथरगामाB

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