Giridih News :महिला थाना परिसर में स्वागत कक्ष का का उद्घाटन
जिले में महिलाओं की सुरक्षा और सहयोग को लेकर पुलिस ने एक और महत्वपूर्ण पहल की है. शनिवार को एसपी डॉ विमल कुमार ने महिला थाना परिसर में स्वागत कक्ष का उद्घाटन किया. इस दौरान एसपी ने कहा कि पुलिस सिर्फ कानूनी कार्रवाई करने वाली संस्था नहीं, बल्कि समाज के साथ खड़ी और समझने वाली व्यवस्था भी है.
एसपी डॉ विमल कुमार ने कहा कि यह स्वागत कक्ष सिर्फ एक कमरा नहीं है, बल्कि उन महिलाओं के लिए सहारा और संवेदना का स्थान है, जो किसी परेशानी या शिकायत के साथ पुलिस के पास आती हैं. उन्होंने कहा कि कई महिलाएं थाने में आते समय डर, संकोच और मानसिक तनाव में होती हैं. इसलिए यह जरूरी है कि उन्हें बैठने, बोलने और अपनी बात कहने के लिए एक शांत, सुरक्षित और भरोसेमंद माहौल दिया जाये. उन्होंने बताया कि इस कक्ष में महिला पुलिस कर्मी और प्रशिक्षित काउंसलर मौजूद रहेंगी, जो महिलाओं की समस्या सुनकर उन्हें सही कानूनी जानकारी, परामर्श और आवश्यक मदद प्रदान करेंगी. कई मामलों में कानूनी कार्रवाई जरूरी होती है, पर कई मामलों का समाधान समझ, बातचीत और धैर्य से भी संभव होता है.
दांपत्य विवाद में काउसेलिंग जरूरी
एसपी ने कहा कि घरेलू विवादों के मामलों में अक्सर पति-पत्नी गुस्से में अचानक थाने पहुंच जाते हैं. ऐसे मामलों में पहले दोनों पक्षों की काउंसेलिंग करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि हर घर में उतार-चढ़ाव होते हैं. छोटी बात पर घर टूट जाए, यह स्थिति अच्छी नहीं. अगर बातचीत से समस्या सुलझ सकती है, तो परिवार इससे बचे. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि महिलाओं पर अत्याचार, हिंसा या उत्पीड़न के मामलों में गिरिडीह पुलिस की नीति पूरी तरह साफ है. जीरो टॉलरेंस की स्थिति में कार्रवाई बिना देरी के की जाएगी. इसमें कोई समझौता नहीं होगा. इस दौरान एसपी ने महिलाओं से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की समस्या, हिंसा, डर या दबाव की स्थिति में चुप न रहें और तुरंत पुलिस से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि पुलिस का उद्देश्य सिर्फ एफआईआर दर्ज करना नहीं, बल्कि महिलाओं को न्याय, सुरक्षा और सम्मान दिलाना है.
इनकी थी उपस्थिति
मौके पर एसपी के अलावे सिटी डीएसपी नीरज कुमार सिंह, डीएसपी टू कौसर अली, पचंबा इंस्पेक्टर मंटू कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, नगर थाना प्रभारी ज्ञान रंजन कुमार, महिला थाना प्रभारी दीपमाला कुमारी और अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने इस पहल को महिलाओं के लिए सलाह, विश्वास और सुरक्षा का नया केंद्र बताया.
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