Giridih News :बगोदर-सरिया रोड पर बहता है नालियों का गंदा पानी

Giridih News :बगोदर-सरिया रोड पर भाकपा माले पार्टी कार्यालय से लेकर बगोदर चौराहे तक बनी नालियां जाम होने व साफ-सफाई के अभाव में सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है. इस कारण सड़क से गुजरने वाले पैदल राहगीर से लेकर बाइक चालकों को इसके दुर्गंध से परेशान रहते हैं. साथ ही बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है.

By PRADEEP KUMAR | April 18, 2025 11:12 PM

बगोदर-सरिया रोड पर भाकपा माले पार्टी कार्यालय से लेकर बगोदर चौराहे तक बनी नालियां जाम होने व साफ-सफाई के अभाव में सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है. इस कारण सड़क से गुजरने वाले पैदल राहगीर से लेकर बाइक चालकों को इसके दुर्गंध से परेशान रहते हैं. साथ ही बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है. बता दें कि बगोदर-सरिया रोड में करीब पांच सौ मीटर तक पूर्व में नाली बनी हुई थी. इस नाली से सरिया रोड के कई घरों का पानी बगोदर चौराहा होकर खेतों में जाता था. धीरे-धीरे इन नालियों के ऊपर दुकानें बन गयीं. साथ ही नाली भी क्षतिग्रस्त हो गयी. इसके कारण नाली पूरी तरह से जाम हो गयी है. नतीजा यह है कि अब घरों के शौचालय, होटलों, मछली व मांस विक्रेताओं की दुकान का गंदा पानी नाली में नहीं जाकर सीधे सड़कों पर बह रहा है. इस रास्ते में पड़ने वाले मंदिरों में जाने के लिए श्रद्धालुओं को गंदे नाली का पानी से होकर जाना पड़ता है.

दुर्गंध से लोगों को परेशानी

इधर, संकट मोचन मंदिर के आसपास जाम पड़ी नालियों से बदबूदार पानी की दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल होता जा रहा है. इसी रोड होकर बगोदर-सरिया के एसडीएम व एसडीपीओ, बीडीओ-सीओ व अन्य अधिकारी प्रतिदिन आना-जाना करते हैं. इसके बाद भी कोई समस्या समाधान की पहल नहीं हो रही है. इससे स्थानीय लोगों में अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों के प्रति भी नाराजगी है.

बीडीओ को कराया गया है अवगत

गोल्डेन जायसवाल का कहना है कि नालियों के जाम होने से सड़कों पर पानी बहता है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. समस्या से बीडीओ को अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. सड़क चौड़ीकरण नहीं होने से प्रतिदिन जाम लग जाता है. ऐसे में नालियां से निकलने वाले पानी से होकर जाना पड़ता है.

नहीं कर रहे अधिकारी पहल

सांसद प्रतिनिधि राजू सिंह ने कहा कि सरिया रोड में नाली की साफ-सफाई का मुद्दा बगोदर थाना में होने वाली शांति समिति की बैठक में उठाया जाता है. अधिकारियों की उपस्थिति होने के बाद भी कोई पहल नहीं हो रही है. बस पड़ाव से आने वाली राजस्व से इसकी सफाई व मरम्मत की जा सकता है. इस दिशा में अधिकारी गंभीरता से विचार करें.

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