गांवों में नेटवर्क की समस्या से ऑनलाइन कक्षा से वंचित हैं बच्चे

राज्य सरकार स्कूली बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षा जारी रखी है. जिले के सुदुरवर्ती गांवों में नेटवर्क की समस्या रहने के कारण बच्चे ऑनलाइन कक्षा का लाभ नहीं ले पा रहे है. प्रथम चरण में कक्षा नौवीं से 12वीं तक के लिए ऑनलाइन कक्षा शुरू की गयी थी. इसके बाद कक्षा एक से लेकर आठवीं तक के बच्चों के लिए स्टडी मेटेरियल भेजा जाने लगा. इसके पूर्व प्रखंड के बीआरपी, सीआरपी व शिक्षक का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया.

By Prabhat Khabar | August 2, 2020 5:29 AM

गिरिडीह : राज्य सरकार स्कूली बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षा जारी रखी है. जिले के सुदुरवर्ती गांवों में नेटवर्क की समस्या रहने के कारण बच्चे ऑनलाइन कक्षा का लाभ नहीं ले पा रहे है. प्रथम चरण में कक्षा नौवीं से 12वीं तक के लिए ऑनलाइन कक्षा शुरू की गयी थी. इसके बाद कक्षा एक से लेकर आठवीं तक के बच्चों के लिए स्टडी मेटेरियल भेजा जाने लगा. इसके पूर्व प्रखंड के बीआरपी, सीआरपी व शिक्षक का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया.

उनके फोन में प्रतिदिन स्टडी मटेरियल दी जाने लगी, ताकि स्कूली बच्चे इसका लाभ उठा सके. जिले के गांवा, तिसरी समेत अन्य प्रखंडों के सुदूरवर्ती गांवों में नेटवर्क की समस्या रहने के कारण आज भी करीब 2.40 लाख बच्चे ऑनलाइन शिक्षा से वंचित है.

समग्र शिक्षा अभियान ने कराया सर्वे

समग्र शिक्षा अभियान ने इस संबंध में सर्वे कराया है. इसमें पता चला है कि जिले में सिर्फ 1.20 लाख बच्चों के अभिभावकों के पास एनड्राइड फोन की सुविधा है. 2.40 लाख अभिभावकों के पास एंड्राइड फोन नहीं है. सरकारी स्कूलों में कक्षा एक में 55,103, दो में 43,107, तीन में 50,590, चार में 51,563, पांच में 46,476, छह में 38,299, सात में 38, 092 व आठ में 37,301 बच्चें अध्ययनरत है. इस प्रकार जिले के 3127 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में कुल 3 लाख 60 हजार 531 बच्चे अध्ययन कर रहे है.

समग्र शिक्षा अभियान के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी कुमार राज का कहना है कि स्कूली बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देने के लिए दूरदर्शन प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक डिजिटल कंटेंट देता है. कक्षा नौंवीं से 12वीं तक के लिए पूर्वाह्न नौ बजे से डेढ़ घंटे के लिए डिजिटल कंटेंट आता है. कहा कि जिने अभिभावकों के पास एंड्राइड नहीं है वह बीआरपी व सीआरपी से संपर्क स्थापित कर ऑनलाइन कक्षा की जानकारी ले सकते है. कहा कि राज्य से ही बीआरपी, सीआरपी व शिक्षक का एक ग्रुप बनाया गया है, इसी ग्रुप में प्रत्येक दिन स्टडी मटेरियल भेजी जाती है. संबंधित स्कूली बच्चे इसका लाभ उठा सकते हैं.

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