Giridih News :समझौता वार्ता के बाद 108 एंबुलेंस कर्मियों का कार्य बहिष्कार आंदोलन स्थगित
Giridih News :सम्मान फाउंडेशन के निदेशक के साथ हुई समझौता वार्ता व आपसी सहमति के उपरांत राज्यभर के 108 एंबुलेंस कर्मियों का गुरुवार से कार्य बहिष्कार आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है.
सम्मान फाउंडेशन के निदेशक के साथ हुई समझौता वार्ता व आपसी सहमति के उपरांत राज्यभर के 108 एंबुलेंस कर्मियों का गुरुवार से कार्य बहिष्कार आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है. इसकी जानकारी झारखंड मजदूर मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने दी. बताया कि समझौता वार्ता में सभी पुराने 108 एंबुलेस कर्मी जो एंबुलेंस के साथ वर्तमान सेवा में हस्तगत किये गये हैं, उनकी पूर्ववत कार्य करने के लिए संस्था ऑफर करती है तथा कर्मियों के नियुक्ति पत्र उनके द्वारा दस्तावेजों के सत्यापन के उपरांत वितरण कर दिया जायेगा. फरवरी एवं मार्च माह के मानदेय का अंतर राशि माह अप्रैल 2025 के मानदेय के साथ या इसके पूर्व निर्गत हो जायेगा. जिन कर्मियों का बैंकिंग तकनीकी या खाता में गड़बड़ी के कारणों से सैलरी बाउंस हुआ है, उसका भुगतान 2-4 दिनों के अंदर निर्गत हो जायेगा. ईपीएफ, ईएसआईसी तथा बीमा में रजिस्ट्रेशन करने का कार्य कर्मियों के दस्तावेजों के सत्याप्रोप्रांत शुरू कर दिया जायेगा. एंबुलेंस ऑफ-रोड होने की स्थिति में जिला एंबुलेंस नियंत्रण पदाधिकारी द्वारा दूसरे लोकेशन के एंबुलेंस पर ड्यूटी देंगे, कर्मी द्वारा मनाही करने पर कर्मी को अनुपस्थित माना जाता है. एंबुलेंस की मरम्मत करवाने के क्रम में कर्मी की योगदान को उपस्थिति माना जाता है. यह आवश्यक है कि गाड़ी बनवाने में कर्मी संस्था का सहयोग करे. कर्मियों के मानदेय का भुगतान जिला एंबुलेंस नियंत्रण पदाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गये महीने की उपस्थिति के अनुसार किया जायेगा. परियोजना के लिये निर्धारित शैक्षणिक व तकनीकी योग्यता के अनुरूप कर्मी को श्रम कानून के नियमाकुल श्रेणीवार मानदेय का भुगतान किया जायेगा, आवश्यक है कि मानक स्वरूप दस्तावेजों का सत्यापन कराने में संस्था का सहयोग प्रदान करेंगे, डॉक्यूमेंट की कमी की स्थिति में डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराने के लिए संस्था द्वारा कर्मी को उचित समय प्रदान किया जायेगा.
मांग पूरी नहीं होने पर 16 को होगा आंदोलन
कर्मी द्वारा मरीज को सेवा देने में कर्मी अस्वीकार करना, मनाही, कोताही नहीं बरतेंगे. यदि ऐसा कोई मामला सामने आता है, तो संस्था कार्रवाई करने हेतु बाध्य होगी. चूंकि यह आकस्मिक सेवा, अत्यावश्यक सेवा के लिये अनुरक्षण कानून (एस्मा) के तहत आता है. अतः सभी कर्मी इसका अनुपालन करने के लिए बाध्य होंगे, उल्लंघन करने पर स्वतः सेवा समाप्त समझी जायेगी. प्रदेश अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सम्मान फाउंडेशन को एक अंतिम अवसर दिया जा रहा है. यदि उसके बावजूद समझौता का अनुपालन एवं मांगों पर कार्रवाई नहीं की गयी तो आगामी 16 जून से तमाम 108 कर्मी कार्य बहिष्कार आंदोलन पर चले जायेंगे.
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