बाल अधिकारों के लिए काम करने वाली झारखंड की बेटी चंपा कुमारी को ब्रिटेन में मिलेगा सम्मान

गिरिडीह ( झारखंड) : गिरिडीह जिले की चंपा कुमारी को बाल विवाह और बाल मजदूरी के खिलाफ काम करने के लिए ब्रिटेन में डायना अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा. अवार्ड दिये जाने की तिथि की घोषणा अभी नहीं हुई है.गौरतलब है कि चंपा कुमारी अभी मात्र 14 साल की हैं और उन्होंने बाल विवाह और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 31, 2019 3:09 PM

गिरिडीह ( झारखंड) : गिरिडीह जिले की चंपा कुमारी को बाल विवाह और बाल मजदूरी के खिलाफ काम करने के लिए ब्रिटेन में डायना अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा. अवार्ड दिये जाने की तिथि की घोषणा अभी नहीं हुई है.गौरतलब है कि चंपा कुमारी अभी मात्र 14 साल की हैं और उन्होंने बाल विवाह और बाल मजदूरी के खिलाफ कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के साथ जुड़कर लगातार अभियान चलाया है. चंपा कुमारी खुद ढिबरा खदान में बाल मजदूर के रूप में काम करती थी.

अपने प्रयासों से कई बच्चों का स्कूल में करवाया दाखिला

बाल मजदूरी का विरोध करते हुए चंपा ने कई बच्चों का दाखिला स्कूल में करवाया है. वह जिले में बालमित्र के रूप में काम कर रही है और लोगों को बाल विवाह और बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूक कर रही हैं.

अपने दम पर बनायी पहचान

चंपा एक गरीब परिवार से है, जिसके कारण उसे बाल मजदूरी करनी पड़ती थी, लेकिन अब उसने अपनी अलग पहचान बना ली है. आज उसके परिजन उसकी उपलब्धियां पर खुश हैं. मीडिया से बात करते हुए चंपा की मां ने कहा कि पैसे के अभाव में हम चंपा को पढ़ा नहीं सके, लेकिन आज वह पूरे इलाके में जानी जाती है. ब्रिटेन में अवार्ड पाने को लेकर चंपा भी उत्साहित है और कहती है कि मैं खुश हूं.

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