शहरी क्षेत्र में सट्टेबाजों का गिरोह सक्रिय

आइपीएल की शुरुआत के साथ शहर में शुरू हुआ सट्टेबाजी का खेल गिरिडीह : आइपीएल शुरू होते ही शहरी क्षेत्र में सट्टेबाजों का गिरोह सक्रिय हो गया है. हर दिन 25 से 30 लाख का सट्टा गिरिडीह में लग रहा है. क्रिकेट प्रेमियों के अलावा एक वर्ग ऐसा भी है जो मैच के टॉस से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 2, 2019 1:28 AM

आइपीएल की शुरुआत के साथ शहर में शुरू हुआ सट्टेबाजी का खेल

गिरिडीह : आइपीएल शुरू होते ही शहरी क्षेत्र में सट्टेबाजों का गिरोह सक्रिय हो गया है. हर दिन 25 से 30 लाख का सट्टा गिरिडीह में लग रहा है. क्रिकेट प्रेमियों के अलावा एक वर्ग ऐसा भी है जो मैच के टॉस से लेकर हर बॉल को गंभीरता से देखता है और हर गेंद पर दांव लगाता है. सट्टे के इस खेल में कोई एक झटके में कंगाल हो रहा है तो कोई एक झटके में मालामाल हो रहा है.
कोर्ड वर्ड पर होता है सट्टे का खेल : सट्टे का बाजार कोड वर्ड का है और इस खेल में कोड है. खास बात यह है कि सट्टा लगाने वाले शख्स को लाइन कहा जाता है, जो एजेंट यानी पंटर के जरिये से बुकी (डिब्बे) तक बात करता है. एजेंट को एडवांस देकर अकाउंट खुलवाना पड़ता है, जिसकी एक लिमिट होती है. सट्टे के भाव को डिब्बे की आवाज बोला जाता है. सट्टेबाज 20 ओवर को लंबी पारी, दस ओवर को सेशन और छह ओवर तक सट्टा लगाने को छोटी पारी खेलने कहते हैं. मैच की पहली गेंद से लेकर टीम की जीत तक भाव चढ़ता-उतरता रहता है.

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