गिरिडीह : बेटे ने भेजे थे पैसे, बैंक ने कर्ज में किया एडजस्ट, आहत किसान ने की खुदकुशी, VIDEO

बेगाबाद :बेंगाबाद थाना इलाके के छोटकीखरगडीहा के किसान कैलाशपति राणा (50) ने अपने घर पर बुधवार की शाम को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के छोटे पुत्र नीतीश कुमार ने अपने पिता की मौत का दोषी छोटकी खरगडीहा स्थित बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को ठहराया है. उसने आरोप लगाया है कि बैंक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 5, 2017 11:27 AM
बेगाबाद :बेंगाबाद थाना इलाके के छोटकीखरगडीहा के किसान कैलाशपति राणा (50) ने अपने घर पर बुधवार की शाम को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के छोटे पुत्र नीतीश कुमार ने अपने पिता की मौत का दोषी छोटकी खरगडीहा स्थित बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को ठहराया है. उसने आरोप लगाया है कि बैंक में उसके पिता से दुर्व्यवहार किया गया. जबकि शाखा प्रबंधक ने इससे इनकार किया है.नीतीश का कहना है कि उसका बड़ा भाई ओड़िशा में मजदूरी का काम करता है. दुर्गा पूजा के समय उसके भाई सतीश राणा ने पिता के बैंक खाते में पैसा भेजा था.

उसके पिता ने बैंक जाकर राशि निकालने का प्रयास किया, लेकिन शाखा प्रबंधक ने खाता बंद होने की बात बताते हुए पूजा के बाद राशि निकालने की पूजा समाप्त होने के बाद बुधवार को उनके पिता पुन: बैंक पहुंचे, लेकिन इस बार भी शाखा प्रबंधक ने केसीसी लोन की बात बताते हुए राशि निकासी में व्यवधान की बात कही. इससे क्षुब्ध होकर कैलाशपति राणा घर पहुंचे और लोगों की नजरों से छुपकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. नीतीश ने कहा कि समय पर पैसा मिलता तो शायद उनके पिता अपनी जान नहीं देते. उन्होंने व मुखिया महेंद्र वर्मा ने शाखा प्रबंधक दीपक वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इधर, सूचना पर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है.
प्रताड़ना का आरोप गलत : शाखा प्रबंधक
बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक दीपक वर्मा ने कहा कि प्रताड़ना का आरोप गलत है. खाताधारी का केसीसी लोन था. लोन की रिकवरी के लिए ऊपर से काफी दबाव रहता है. ऐसे में खाताधारी के खाते में जब पैसा आया तो उन्होंने कैलाशपति से लोन बंद कर नया लोन लेने का आग्रह किया. उन्होंने किसी प्रकार की बदतमीजी नहीं की है. पूरा मामला सीसीटीवी में कैद है. अब उन्होंने आत्महत्या क्यों की यह पुलिस ही जांच कर बता सकती है.

बचत खाता में जमा है पैसा : एलडीएम
मामले पर बैंक ऑफ इंडिया के एलडीएम राकेश सिंह ने कहा कि खाताधारी का केसीसी ऋण है. जिसमें पिछले एक वर्ष से लेन-देन नहीं हुआ था. जब खाताधारी के खाते में पैसा आया तो बैंक प्रबंधक ने कहा कि यदि खाताधारी पुराने केसीसी लोन के खाता को बंद कर देंगे तो उन्हें ब्याज भी कम लगेगा और बैंक तुरंत ही नया केसीसी लोन दे देगा. इस बात को खाताधारी नहीं समझ सका. वैसे खाताधारी को किसी प्रकार से प्रताड़ित नहीं किया गया है. अभी भी पैसा खाताधारी के बचत खाते में है. हालांकि वे इस मामले की जांच करने बैंक जायेंगे.
आवेदन मिलने पर होगी आगे की कार्रवाई
बेंगाबाद थाना प्रभारी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि कैलाशपति राणा नामक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. शव को परिजनों ने फंदे से नीचे उतार लिया था. मामले में अभी तक किसी प्रकार का आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.

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