East Singhbhum News : खुदीराम बोस ने मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दी थी : डॉ कन्हाई
केंदाडीह में मना खुदीराम बोस का शहादत दिवस
घाटशिला. घाटशिला के केंदाडीह गांव में रविवार को आजादी के अमर सेनानी खुदीराम बोस के शहादत दिवस पर प्रेरक कार्यक्रम आयोजित हुई. बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने के उद्देश्य से खेलकूद और विज्ञान क्विज प्रतियोगिता हुई, जिसमें दर्जनों विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. डॉ कन्हाई बारिक ने खुदीराम बोस, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, प्रीतिलता वाडेदार, बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू जैसे शहीद हमारे देश के सच्चे नायक हैं. इनकी वीरगाथा हमें सिखाती हैं कि मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पण, साहस और बलिदान का मार्ग ही सच्ची देशभक्ति है. कहा कि उनके जीवन और संघर्ष ने एक प्रेरक वक्तव्य दिया. 11 अगस्त को भारत के वीर सपूत खुदीराम बोस ने मात्र 18 वर्ष की आयु में मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी. आज इतने वर्षों बाद भी हम उनको याद कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपना जीवन दूसरों के लिए न्योछावर किया था. मौके पर खुकु मोनी, पदमा नामाता, जयंत कुमार राय, आलोक पात्र, कमल कांत रजवाड़ सुजाता बारिक का विशेष योगदान रहा. मौके पर लगभग 70 बच्चे और अभिभावक उपस्थित थे.
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