East Singhbhum News : मशीनों से धान कटाई बढ़ी समय और मेहनत की बचत
डुमरिया प्रखंड में धान कटनी में तेजी आ गयी है
डुमरिया. डुमरिया प्रखंड में धान कटनी में तेजी आ गयी है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं हाथ से कटाई कर रही हैं. वहीं, कई जगहों में मशीन से कटाई, झड़ाई व छंटाई हो रही है. वहीं, धान ट्रैक्टर से किसान के घर तक पहुंचाया जा रहा है. इससे समय की बचत हो रही है. वहीं, अलग से खलिहान बनाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. हालांकि, इससे पुआल टुकड़े में बंट जाते हैं, जो उपयोग लायक नहीं रहते हैं.
मजदूरों की कमी के कारण मशीन का उपयोग बढ़ा
किसानों ने बताया कि मजदूरों की कमी के कारण अब मशीन का उपयोग ज्यादा होना लगा है. अधिकतर मशीनें ओडिशा से लीज पर लायी जा रही हैं. एक महीना में धान की कटाई के बाद मशीनें वापस भेज दी जाती हैं. ओडिशा में मशीन खरीद पर सरकार से भारी सब्सिडी मिलती है. यह मशीन ओड़िशा में सबसे अधिक खरीदी गयी.एक घंटा में ढाई बीघा में कटाई, 3000-3200 रुपये देने पड़ते हैं
किसानों का कहना है कि बाहर से गाड़ी आने के कारण धान कटाई के प्रति घंटा 3000 से 3200 रुपये देने पड़ते हैं. यह एक घंटा में ढाई बीघा धान की कटाई करती है. कृषि विभाग मशीन यहां के किसानों को सब्सिडी या भाड़े पर मुहैया कराये, तो कम लागत पर अपनी धान की कटाई कर सकते हैं. झारखंड इस दिशा में ओडिशा, बंगाल व पंजाब से काफी पीछे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
