East Singhbhum News : फर्श पर प्रसव, नवजात की मौत; परिजन बोले- दो घंटे तक न डॉक्टर पहुंचे न नर्स

घाटशिला अनुमंडल अस्पताल. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया

By ATUL PATHAK | October 10, 2025 11:24 PM

घाटशिला.

घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में फर्श पर महिला का प्रसव के बाद करीब दो घंटे तक डॉक्टर व नर्स के नहीं पहुंचने से नवजात की मौत हो गयी. उक्त आरोप मरीज के परिजनों ने लगाते हुए हंगामा किया. वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आरोप गलत है. अस्पताल आने से पहले महिला के गर्भ में बच्चे की मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने महिला की जान बचायी.

जानकारी के अनुसार, घाटशिला के बनकाटी गांव निवासी वीरू टुडू की पत्नी को शुक्रवार सुबह करीब तीन बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इसके बाद सुबह करीब 3:30 बजे वीरू अपनी पत्नी शुरुमनी मुर्मू को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल लाया.

वीरू टुडू के अनुसार, अस्पताल में कोई बेड खाली नहीं था. ऐसे में प्रसव पीड़ा से तड़प रही पत्नी को फर्श पर कपड़ा बिछाकर लिटाना पड़ा. उनका आरोप है कि पत्नी के प्रसव के बाद सुबह 6:30 बजे तक न डॉक्टर पहुंचे और न नर्स. सफाईकर्मी ने भी नवजात को नहीं उठाया. इससे नवजात की मौत हो गयी. हंगामा करने पर डॉक्टर व नर्स पहुंचे. परिवार ने नवजात की मौत के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार बताया.

डीसी व सीएस से शिकायत की बात कही:

घटना की जानकारी मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता मईसा हांसदा, मंगल मार्डी और शांखो मुर्मू अस्पताल पहुंचे. परिजनों व डॉक्टर रक्षंदा सोरेन से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जानकारी उपायुक्त और सिविल सर्जन को देंगे, ताकि अस्पताल की व्यवस्था में सुधार हो सके.

मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल पर दबाव बढ़ा:

ज्ञात हो कि घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से दबाव बढ़ गया है. 50 बेड की क्षमता वाले अस्पताल में रोजाना औसतन 150 मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं, चिकित्सकों और नर्स की कमी के कारण परेशानी हो रही है. फिलहाल, मौसमी बीमारी के कारण मरीज बढ़ गये हैं. अस्पताल के सभी बेड फुल हैं.

– मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड की कमी रहती है. नवजात की मौत अस्पताल में नहीं, बल्कि मां के गर्भ में हो गयी थी. डॉक्टरों के प्रयास से महिला की जान बचायी गयी. लगाये गये आरोप निराधार हैं.

– डॉ आरएन सोरेन, चिकित्सा प्रभारी, अनुमंडल अस्पताल, घाटशिला

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