East Singhbhum News : युद्ध नहीं मानवता के लिए हो विज्ञान का उपयोग : प्राचार्य
घाटशिला कॉलेज में हिरोशिमा दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
घाटशिला. घाटशिला कॉलेज में भौतिकी विभाग ने गुरुवार को हिरोशिमा दिवस पर प्राचार्य डॉ पीके गुप्ता की अध्यक्षता में संगोष्ठी की गयी. प्राचार्य डॉ पीके गुप्ता ने कहा कि युद्ध और हिंसा मानव सभ्यता के लिए अत्यंत विनाशकारी हैं. विज्ञान का मूल उद्देश्य मानवता की सेवा है, न कि उसके विनाश का माध्यम. छात्रों को चाहिए कि वे विज्ञान को विकास और सामाजिक कल्याण के लिए प्रयोग करें. डॉ कन्हाई बारिक ने कहा कि हिरोशिमा-नागासाकी पर परमाणु बम गिराना मानवता के इतिहास का सबसे भयावह अध्याय है. उन्होंने वैज्ञानिक ओपनहैमर के आत्मग्लानि भरे शब्दों को भी याद किया. मुझे लगता है मेरे हाथ खून से सने हैं. छात्रों से आह्वान किया कि वे ज्ञान और विज्ञान का उपयोग शांति, पर्यावरण-संरक्षण और मानव कल्याण के लिए करें. कार्यक्रम के अंत में छात्रों को युद्ध, हिंसा और घृणा से दूर रहने की शपथ दिलायी गयी. मौके पर रसायन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ मो सज्जाद, वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय तिवारी, इंटरमीडिएट संकाय की शिक्षिकाएं मल्लिका शर्मा और शाहिद इकबाल काफी संख्या में सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में अलंकरण समारोह
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के मल्टीमीडिया हाॅल में गुरुवार को छात्र परिषद के अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों ने स्वागत गीत से की. कार्यक्रम में कक्षा 4 व 5 के कुल 46 छात्र-छात्राओं को पद व गरिमा की शपथ दिलायी गयी. समारोह में विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ प्रसेनजीत कर्मकार, शैक्षणिक प्रभारी सतरंजन दत्ता, शिक्षक प्रभारी अनूप कुमार पटनायक, अनुशासन प्रभारी इंद्र कुमार राय, प्राइमरी विंग प्रभारी सुजाता वर्मा, उप-प्रभारी सोमा दत्ता तथा उप-शैक्षणिक प्रभारी संध्या मिश्रा उपस्थित रहीं. डॉ प्रसेनजीत कर्मकार ने नव निर्वाचित छात्र प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा दी और विद्यालय कप्तान युवराज भगत, कविशा अग्रवाल, खेलकूद सचिव, सांस्कृतिक सचिव, लिटरेरी सचिव एवं अन्य सदन सचिवों को शैशे, प्रमाण पत्र व बैच प्रदान कर सम्मानित किया. भूतपूर्व कप्तानों ने नव-कप्तानों को औपचारिक रूप से कार्यभार सौंपा. मंच संचालन पामेला भट्टाचार्या व सुप्रिया दास ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहा मजूमदार, मौसमी बनर्जी, सोमनाथ दे, विद्युत वरण चंद्र, एसएन मुखर्जी सहित सभी शिक्षकों का विशेष योगदान रहा. धन्यवाद ज्ञापन सुजाता वर्मा ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
