दुमका में लेवी के चार लाख रुपये के साथ दो नक्सली गिरफ्तार

दुमका से आनंद की रिपोर्ट... दुमका:साहिबगंज रोड पर काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमझरी मोड़ से पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो नक्सलियों को धर दबोचा है. उनके पास से लेवी के चार लाख रुपये, नक्सली साहित्य, तीन मोबाइल एवं एक बजाज पल्सर मोटरसाईकिल बरामद की गयी है. एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2016 4:37 PM


दुमका से आनंद की रिपोर्ट

दुमका:साहिबगंज रोड पर काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमझरी मोड़ से पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो नक्सलियों को धर दबोचा है. उनके पास से लेवी के चार लाख रुपये, नक्सली साहित्य, तीन मोबाइल एवं एक बजाज पल्सर मोटरसाईकिल बरामद की गयी है. एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इनमें से एक दिनेश कुमार मंडल गिरिडीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र के पर्वतरायडीह का रहने वाला है, जबकि दूसरारवींद्रकुमार मंडल उर्फ डिस्को दुमका जिले के ही रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहुजोर का.

गिरफ्तार दिनेश कुमार मंडल पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड में सक्रिय हार्डकोर माओवादी जगदीश दा उर्फ मोटा उर्फ मोछू उर्फ भंडारी उर्फ मिथिलेश मंडल का फूफेरा भाई है. जगदीश मूल रुप से गिरिडीह जिले के गांडेय थाना क्षेत्र के मरगोडीह का रहने वाला है. जगदीश इन दिनों दुमका-गोड‍्डा व पाकुड़ जिले में सक्रिय है. लेवी की यह राशि उसी के द्वारा वसूली गयी थी. रवींद्र जगदीश का सहयोगी व नजदीकी था, इसीलिए उसने यह राशि दिनेश को देने के लिए रवींद्र को उपलब्ध करायी थी. उक्त रकम के लेन-देन के दौरान ही पुलिस ने दोनो को धर दबोचा.
गिरिडीह में दिनेश को छुड़ा ले गये थे नक्सली
हार्डकोर माओवादी जगदीश दा उर्फ मोटा उर्फ मोछू उर्फ भंडारी उर्फ मिथिलेश मंडल पूर्व में गिरिडीह जेल में नक्सली वारदातों में जेल में बंद था. जिसे नक्सलियों ने गिरिडीह कोर्ट में पेशी के बाद कैदी भान से गिरिडीह जेल ले जाने के क्रम में हमला कर कैदी वैन से छुड़ा लिया था. एसपी ने बताया कि जगदीश नक्सली संगठन में रहकर संगठन के नाम से रुपये की वसूली कर अपने निजी स्वार्थ में उपयोग करता था. जगदीश का गिरिडीह के बेंगाबाद में मंडल निर्मल गैस एजेंसी है, जो दिनेश कुमार मंडल के नाम से ही है. उसका गिरिडीह, देवघर, बेंगाबाद सहित कई जगहों पर अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदी गयी जमीन है. कई अन्य व्यवसायों में भी जगदीश ने लेवी के रुपये को इन्वेस्टकर रखा है.