जून तक 18000 शिक्षकों की होगी बहाली : सीएम
आदिम जनजाति के लिए विशेष स्वास्थ्य पैकेज योजना शुरू की जा रही... दुमका : राज्य में जून 2018 तक और 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी.भ्रष्टाचार अब राज्य में चर्चा का विषय नहीं रहा. राज्य की पहचान अब मोमेंटम झारखंड, डिजिटल झारखंड, कैशलेस झारखंड, स्वच्छ व हरित झारखंड तथा विकास की ओर उन्मुक्त झारखंड […]
आदिम जनजाति के लिए विशेष स्वास्थ्य पैकेज योजना शुरू की जा रही
दुमका : राज्य में जून 2018 तक और 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी.भ्रष्टाचार अब राज्य में चर्चा का विषय नहीं रहा. राज्य की पहचान अब मोमेंटम झारखंड, डिजिटल झारखंड, कैशलेस झारखंड, स्वच्छ व हरित झारखंड तथा विकास की ओर उन्मुक्त झारखंड की बन रही है. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. श्री दास शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दुमका में तिरंगा झंडा फहराने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे झारखंड को ऐसा प्रदेश बनाना चाहते हैं, जहां कमजोर व्यक्ति की बातें भी सत्ता के उच्च स्तर तक पहुंचे. राज्य गठन के बाद संताल परगना क्षेत्र विकास की दौड़ में काफी पीछे रह गया था. वही संताल परगना आज राज्य के विकास को गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. सीएम ने कहा कि राज्य की आदिम जनजाति को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विशेष स्वास्थ्य पैकेज योजना शुरू की जा रही है. इसके अंतर्गत समुदाय के बीच से ही किसी एक व्यक्ति को स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में तैयार कर
स्वास्थ्य सुविधाएं उनकी बसावट तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है. सीएम ने कहा कि वे दावा नहीं करते कि उनकी सरकार ने झारखंड की सभी समस्याओं का समाधान कर दिया है, लेकिन वे इस बात का दावा पूरे विश्वास के साथ कर सकते हैं कि जिन उम्मीदों और आशाओं के साथ राज्य की जनता ने उन्हें सत्ता सौंपी थी, उन अपेक्षाओं को पूरा करने की दिशा में सरकार मजबूती और ईमानदारी से प्रयास कर रही है.
भ्रष्टाचार अब चर्चा का विषय नहीं रहा
भय, भूख व भ्रष्टाचार मुक्त बनायेंगे राज्य को
सीएम ने कहा कि उन्होंने ऐसे झारखंड का सपना देखा है, जो भय, भूख व भ्रष्टाचार से तो मुक्त हो ही, अपराध और उग्रवाद से भी मुक्त हो. राज्य में जब तक शांति और सुरक्षा का माहौल तैयार नहीं होगा, तब तक राज्य आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहेगा. राज्य में नक्सलवाद एक प्रमुख चुनौती रही है. झारखंड को नक्सल मुक्त और अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकार जोरदार और आक्रामक अभियान चला रही है. इस वर्ष कुल 34 अभियानों में 12 नक्सलियों को ढेर किया गया तथा 558 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्य धारा से भटके वैसे लोग जो हिंसा का रास्ता छोड़ कर राज्य के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं, ऐसे लोगों का हृदय से स्वागत है.
