Dhanbad News : बंदी के कगार पर बेटियों की शिक्षा का आधार स्तंभ रहा नेहरू बालिका उवि डुमरा
Dhanbad News : बंदी के कगार पर बेटियों की शिक्षा का आधार स्तंभ रहा नेहरू बालिका उवि डुमरा
Dhanbad News : करीब 30 वर्ष पूर्व बीसीसीएल ने आरइपीएस संस्था को विद्यालय संचालन के लिए भवन, परिसर और निशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराया था. तब श्रमिक कॉलोनियों व आसपास के ग्रामीण इलाकों से 500 से अधिक बालिकाएं यहां शिक्षा प्राप्त करती थीं. लेकिन बीते वर्षों में परिवहन बंद होना, भवन की जर्जर स्थिति और सुरक्षा मानकों की कमी से छात्राओं की संख्या घट कर मात्र 100 रह गयी है. खासकर कोरोना महामारी के बाद विद्यालय की स्थिति बदतर होती गयी, परंतु इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं रहा. इसी परिस्थिति को देखते हुए विद्यालय प्रबंध समिति ने अध्यक्ष एएल दास की अध्यक्षता में बैठक कर आगामी सत्र 2026 से विद्यालय बंद करने का निर्णय लिया. समिति ने बताया कि आरटीइ एक्ट के तहत सुरक्षा मानकों की पूर्ति के लिए बीसीसीएल से कई बार लिखित आग्रह किया गया, पर कोई सहयोग नहीं मिला. समिति ने बंदी संबंधी निर्णय की सूचना बीसीसीएल प्रबंधन को पत्र भेज कर दे दी है. समिति के सहसचिव डॉ. मुकेश कुमार राय ने स्पष्ट किया कि यदि बीसीसीएल सुरक्षा मानकों को पूरा करने, परिवहन सुविधा बहाल करने और आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराने पर सहमत होता है, तो समिति विद्यालय बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार कर सकती है.
छात्राओं और अभिभावकों में बढ़ी चिंता
विद्यालय की छात्राओं ने बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो और बीसीसीएल प्रबंधन से विद्यालय को बंद होने से बचाने की अपील की है. उनका कहना है कि क्षेत्र में बालिकाओं के लिए संचालित यह एकमात्र विद्यालय है, जहां बच्चियां सुरक्षित माहौल में पढ़ाई करती हैं. विद्यालय बंद होने की घोषणा से अभिभावक भी गहरी चिंता में हैं, जबकि शिक्षकों और कर्मियों के भविष्य पर भी संकट मंडरा रहा है.व्यापार और सामाजिक संगठन भी चिंतित
चेंबर ऑफ कॉमर्स हरिणा–बाघमारा अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, लायंस क्लब बाघमारा सेंटेनियल अध्यक्ष शशिकांत शरण, लायंस क्लब बाघमारा अध्यक्ष संगीता देवी, सचिव नीरजा राय तथा शिक्षा समाधान ट्रस्ट अध्यक्ष दामोदर साव वर्णवाल सेवा समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष अध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्णवाल ने कहा कि बेटियों की शिक्षा के लिए संचालित एकमात्र विद्यालय को बंद नहीं होने देना चाहिए. उन्होंने बीसीसीएल प्रबंधन से पूर्व की तरह सहयोग बहाल करने की मांग की और कहा कि जरूरत पड़ने पर समाज भी विद्यालय का हर संभव साथ देने को तैयार है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
