Dhanbad News : आइआइटी में शुरू हुई हिंदी और तेलुगु में हैंड होल्डिंग क्लासेस

सबसे अधिक मांग हिंदी और तेलुगु भाषी छात्रों की ओर से आयी है. इसलिए वर्तमान में इन दोनों भाषाओं में सबसे अधिक क्लासेस चल रही हैं.

By ASHOK KUMAR | August 29, 2025 10:15 PM

भाषा अब नहीं रही पढ़ाई की बाधा, 20-20 छात्रों पर एक मेंटर नियुक्त

वरीय संवाददाता, धनबाद

आइआइटी आइएसएम में अब छात्रों की पढ़ाई में भाषा की बाधा से मुक्त होने जा रही है. संस्थान ने ऐसे विद्यार्थियों के लिए हैंड होल्डिंग क्लासेस शुरू की हैं, जिन्हें अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई समझने में कठिनाई हो रही थी. इन क्लासेस के जरिए छात्रों को उनकी मातृभाषा में विषयों की बारीकियां समझायी जा रही हैं. सबसे अधिक मांग हिंदी और तेलुगु भाषी छात्रों की ओर से आयी है. इसलिए वर्तमान में इन दोनों भाषाओं में सबसे अधिक क्लासेस चल रही हैं. प्रत्येक क्लास में औसतन 20 छात्रों को शामिल किया जा रहा है और एक अनुभवी शिक्षक को मेंटर बनाया गया है. वहीं इस पहल से छात्रों के बीच उत्साह देखा जा रहा है. विद्यार्थियों को अब क्लास रूम लेक्चर के बाद अपनी भाषा में अतिरिक्त क्लास मिलने से विषयों को गहराई से समझने में मदद मिल रही है.

केंद्रीय मंत्री की घोषणा के बाद हुई यह पहल :

दरअसल 31 जुलाई को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की घोषणा का परिणाम यह पहल है. उस दिन आइआइटी आइएसएम धनबाद में आयोजित इंडक्शन मीट के दौरान बिहार के एक छात्र ने मंत्री से शिकायत की थी कि वह बिहार बोर्ड से पढ़ा है और अंग्रेजी माध्यम के लेक्चर समझने में उसे कठिनाई होती है. छात्र की बात सुनकर मंत्री ने स्पष्ट कहा था कि राष्ट्रीय महत्व के किसी भी संस्थान में भाषा छात्रों की प्रगति में बाधा नहीं बनेगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाई को समझने का अवसर मिलेगा. इसी क्रम में शिक्षा मंत्री ने आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा को निर्देश दिया था कि मातृभाषा आधारित अतिरिक्त क्लासेस शुरू की जाये.

डीन एकेडमिक ने दी जानकारी :

निदेशक डीन एकेडमिक प्रो एमके सिंह ने बताया कि हैंड होल्डिंग सिस्टम के तहत छात्रों को उनकी भाषा में विषय समझाने की सुविधा दी जा रही है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा अंततः अंग्रेजी में ही देनी होगी. इन क्लासेस का उद्देश्य छात्रों को आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई में सक्षम बनाना है. उन्होंने बताया कि आइआइटी आइएसएम में पिछले वर्ष ही यह पहल शुरू की गयी थी. हालांकि केंद्रीय मंत्री की घोषणा के बाद से छात्रों में हैंड होल्डिंग क्लास के प्रति अधिक उत्साह दिख रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है