Dhanbad News : कंफर्ट जोन से बाहर निकलें, चुनौतियों को अपनायें : देवाशीष
आइआइटी आइएसएम में बुधवार को लीडरशिप टॉक का आयोजन हुआ.
आइआइटी आइएसएम में लीडरशिप टॉक का आयोजन
ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप इन द लेंस ऑफ महाभारत विषय पर देवाशीष सतपथी ने किया संबोधितवरीय संवाददाता, धनबाद.
इमोशनल इंटेलिजेंस, सहानुभूति और बहु-आयामी सोच आधुनिक लीडर के लिए आवश्यक गुण हैं. छात्र अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलें और नयी चुनौतियों को अपनायें. उक्त बातें आइआइटी आइएसएम में बुधवार को एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड के चीफ जनरल मैनेजर (एचआरएम) देवाशीष सतपथी ने ‘ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप इन द लेंस ऑफ महाभारत’ विषय पर व्याख्यान देते हुए कही.लीडरशिप की बारीकियों पर हुई चर्चा
यह कार्यक्रम मैनेजमेंट स्टडीज एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित हुआ. करीब 90 मिनट चले इस इंटरैक्टिव सेशन में श्री सतपथी ने लीडरशिप की बारीकियों और आदर्श लीडर की खूबियों पर चर्चा की. उन्होंने ट्रांजैक्शनल और ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप का फर्क समझाते हुए बताया कि आज के समय में ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप की जरूरत और अधिक है. महाभारत पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप का बेहतरीन उदाहरण हैं, जबकि भीष्म पितामह ट्रांजैक्शनल लीडरशिप का.महाभारत आधारित मैनेजमेंट लेसंस पर रिसर्च के लिए प्रसिद्ध हैं सतपथी
32 वर्षों से अधिक अनुभव रखने वाले श्री सतपथी ने टेलीकॉम, कंस्ट्रक्शन, एफएमसीजी, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में काम किया है. वे महाभारत आधारित मैनेजमेंट लेसंस पर अपने रिसर्च के लिए प्रसिद्ध हैं और 160 से अधिक प्रबंधन सबक लिख चुके हैं. कार्यक्रम में छात्र और फैकल्टी बड़ी संख्या में शामिल हुए और सेशन ने उन्हें प्रेरित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
