Dhanbad News: डी- नोबिली सीएमआरआइ की टीम को वैश्विक प्रथम पुरस्कार
डी-नोबिली स्कूल सीएमआरआइ के छात्रों की टीम 'प्रिडिक्टवेंट' ने अमेरिकी कंपनी की ओर से आयोजित जायलम इग्नाइट चैलेंज 2025 में हाई स्कूल श्रेणी का वैश्विक प्रथम पुरस्कार जीतकर इतिहास रचा है.
धनबाद.
डी-नोबिली स्कूल सीएमआरआइ के छात्रों की टीम ”प्रिडिक्टवेंट” ने अमेरिका की कंपनी जायलम इंक द्वारा आयोजित जायलम इग्नाइट चैलेंज 2025 में हाई स्कूल श्रेणी का वैश्विक प्रथम पुरस्कार जीतकर इतिहास रचा है.150 से अधिक देशों के 4000 स्कूलों ने लिया था भाग
प्रतियोगिता में 150 से अधिक देशों के 4000 स्कूलों ने भाग लिया. टीम के सभी सदस्य 11वीं के छात्र हैं. टीम में अन्वय मझरौत, राज साहा, निशांत सिंह और पुलकित किस्कू शामिल हैं. उनके प्रोजेक्ट ””प्रिडिक्टवेंट”” ने जल प्रबंधन के माध्यम से आपदा प्रबंधन और लचीलापन बढ़ाने का समाधान प्रस्तुत किया. इसमें एआई, आइओटी और डाटा एनालिटिक्स की मदद से बाढ़, सूखा व तूफान जैसी आपदाओं की भविष्यवाणी, रोकथाम और संरक्षण पर काम किया गया. परियोजना की प्रमुख विशेषताओं में बहुभाषी मोबाइल ऐप, जीपीएस व सोलर चार्जिंग से लैस आइओटी डिवाइस और प्रिडिक्ट–प्रिवेंट–प्रोटेक्ट मॉडल शामिल हैं.
पांच हजार अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि मिली
टीम को 19 अगस्त 2025 को 5,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी गयी. डीनोबिली सीएमआरआइ यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत का पहला हाई स्कूल बना. छात्रों ने इस सफलता का श्रेय प्रिंसिपल तनुश्री बनर्जी व मेंटर सह वाइस प्रिंसिपल सुभाशीष घोष को दिया.
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