Dhanbad News : बाबूडीह में महीनों से नहीं लगा झाड़ू, आवारा जानवरों ने बढ़ा दी मुहल्ला के लोगों की मुश्किलें
बेकारबांध में आयोजित प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में इलाके के लोगों ने रखी समस्या, समाधान भी बताये.
धनबाद का बाबूडीह इलाका बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी से जूझ रहा है. जर्जर सड़कें, खराब ड्रेनेज व्यवस्था और बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बरसात में सड़कों पर जलजमाव हो जाता है, इससे मोहल्ले के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इलाके में आवारा पशुओं की संख्या बढ़ गयी है. इन समस्याओं को लोगों ने बेकारबांध में प्रभात खबर की ओर से रविवार को आयोजित आपके द्वार कार्यक्रम में लोगों ने रखी. लोगों ने कहा कि सांडों के कारण कार्मेल और डीनोबली स्कूल जाने वाले बच्चों को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हैरानी की बात यह है कि इन सभी समस्याओं पर संबंधित विभाग की कोई नजर नहीं है. कार्यक्रम में लोगों ने खुलकर अपनी बातें रखी. इस दौरान समस्याओं के साथ समाधान भी सुझाये.
अतिक्रमण के कारण अधिक फैल रही गंदगी :
स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. अतिक्रमण के कारण गंदगी और अधिक फैल रही है. छह महीने से झाड़ू तक नहीं लगी है. हर गली और सड़क के किनारे कचरा फैला है. मच्छरों का प्रकोप इतनी तेजी से बढ़ा है कि शाम होते ही घरों में रहना मुश्किल हो जाता है. बावजूद इसके नगर निगम की ओर से न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो रहा है और न ही फॉगिंग करायी जा रही है. लोग सिर्फ टैक्स भरते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है. बाबूडीह विवाह भवन के पास की सड़क बेहद खराब हो चुकी है. जगह-जगह गड्ढों में पानी भरा रहता है. इससे वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को भी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोगों ने नगर निगम से तत्काल मरम्मत और सफाई की मांग की है.जो समस्याएं आयी :
मच्छरों का बढ़ता प्रकोप, गंदगी और जाम नालियां, आवारा जानवरों का आतंक, स्ट्रीट लाइट की खराबी, अतिक्रमण और जलजमाव.जो सुझाव आये :
मच्छरों से बचाव के लिए नगर निगम को समय-समय पर फॉगिंग करानी चाहिए. सभी वार्डों में सफाईकर्मी नियमित रूप से काम करें और नालियों की नियमित सफाई हो. जानवरों को पकड़ने के लिए नगर निगम विशेष टीम बनाकर कार्रवाई करे. सभी बंद लाइटों की मरम्मत कर रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. जहां-जहां अतिक्रमण है, उसे हटाया जाए ताकि जल निकासी की व्यवस्था सुधरे और सड़कें खाली हों.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
