नीरज सिंह हत्याकांड : शूटरों को मकान दिलाने वाले का सिंह मैंशन से कनेक्शन

धनबाद: नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में पुलिस का शिकंजा सिंह मैंशन पर कसता जा रहा है. पुलिस का दावा है कि कड़ी से कड़ी जुड़ गयी है. कुसुम विहार में अह्लाद राय के घर चारों शूटरों को किराये पर मकान दिलाने वाले मुन्ना की पहचान हो गयी है. उसका असली नाम डबलू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2017 7:51 AM
धनबाद: नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में पुलिस का शिकंजा सिंह मैंशन पर कसता जा रहा है. पुलिस का दावा है कि कड़ी से कड़ी जुड़ गयी है. कुसुम विहार में अह्लाद राय के घर चारों शूटरों को किराये पर मकान दिलाने वाले मुन्ना की पहचान हो गयी है. उसका असली नाम डबलू मिश्रा है और वह सिंह मैंशन से जुड़ा है.
इधर पुलिस ने हत्याकांड के आठवें दिन मंगलवार को तीन शूटरों का स्केच जारी किया है. अनुसंधान से जुड़े एक सीनियर अफसर ने बताया कि मकान मालिक से प्राप्त हुलिया के आधार पर तीन शूटरों का स्केच बनाया गया है. दो शूटरों का नाम व ठिकाना पुलिस को मिल गया है. इसी आधार पर पुलिस शूटरों को दबोचने के लिए छापामारी कर रही है.
शूटरों का स्केच झारखंड, बिहार व यूपी पुलिस को भेजा गया है. पुलिस डबलू मिश्रा नामक एक युवक की तलाश कर रही है. डबलू पहले फायरिंग के एक मामले में चार्जशीटेड है. मैथिली भाषा भाषी वह युवक लंबे समय से सिंह मैंशन से जुड़ा हुआ है. पुलिस को पता चला है कि इसी युवक ने मुन्ना बनकर चारों शूटरों को अह्लाद राय के यहां किराये पर मकान उपलब्ध कराया था. पुलिस का मानना है कि मुन्ना उर्फ डबलू मिश्रा के हाथ आते ही पूरे मामले की गुत्थी सुलझ जायेगी. वही की पिन है.
धनजी, पिंटू व संजय सिंह को जेल भेजने की तैयारी
एडीजी,सीआइडी अजय कुमार सिंह ने संकेत दिये हैं अनुसंधान लगभग पूरा हो गया है. एक-दो दिन में पुलिस हत्याकांड पर से परदा उठा देगी. अब तक के अनुसंधान में सिंह मैंशन से जुड़े लोगों की संलिप्तता सामने आयी है. नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या को रंजय सिंह की हत्या का बदला बताया जा रहा है. रंजय सिंह विधायक संजीव का खासमखास था. 29 जनवरी को रघुकुल के निकट उसे गोलियों से भून डाला गया था. पुलिस हालांकि मामले में नामजद झरिया विधायक संजीव सिंह की भूमिका पर कुछ स्पष्ट नहीं कह रही है.
पुलिस हिरासत में धनजी सिंह, पिंटू सिंह व संजय सिंह से पूछताछ जारी है. तीनों को जीटी रोड के थाने में रखा गया है. डीआइजी, एसएसपी भी तीनों से खुद कई राउंड पूछताछ कर चुके हैं. पुलिस अफसरों का दावा है कि हत्याकांड के अनुसंधान में तीनों से मिली जानकारी अहम कड़ी है. संजय से पुलिस ने कथित शूटर व शूटरों को मकान किराया देने में गारंटर बनने वाले मुन्ना की पहचान करायी है. हलांकि तीनों हत्याकांड में परोक्ष या प्रत्यक्ष संलिप्ता से इनकार कर रहे हैं. तीनों को पुलिस नीरज हत्याकांड मे संदेही बता जेल भेजने की तैयारी में हैं.
सात दिन से धनबाद में जमे हैं सीआइडी एडीजी और डीआइजी
21 मार्च को स्टील गेट के समीप नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या की गयी. उसी दिन सरकार ने हत्याकांड की जांच के लिए सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआइटी गठित की. 22 मार्च को एडीजी सीआइडी अजय कुमार सिंह समेत एसआइटी के अफसर धनबाद पहुंचे. कोयला क्षेत्र के डीआइजी साकेत कुमार सिंह भी धनबाद पहुंचे. तब से दोनों सीनियर अधिकारी तफ्तीश में जुटे हैं. कोयलांचल में पहला मामला है जब एडीजी स्तर के अफसर एक सप्ताह से धनबाद में डीआइजी के साथ कैंप किये हुए हैं.
विधायक संजीव सिंह का पोलिग्राफी टेस्ट की तैयारी
धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या में आरोपी बनाये गये सभी लोगों का पुलिस पोलिग्राफी टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है. जिनके पोलिग्राफी टेस्ट कराये जा सकते हैं, उनमें झरिया से भाजपा विधायक संजीव सिंह के अलावा केस में नामजद उनके अनुज मनीष सिंह, महंथ पांडेय, गया सिंह व पिंटू सिंह शामिल हैं. पोलिग्राफी टेस्ट से पहले आरोपितों से इसकी अनुमति ली जायेगी, फिर आगे की कार्रवाई की जायेगी. आरोपी की अनुमति के बिना पुलिस यह टेस्ट नहीं करा सकती.
पुलिस को नहीं बता रहे सच : पुलिस के सीनियर अफसरों ने मामले में विधायक संजीव सिंह, महंत पांडेय व गया सिंह से पूछताछ की है. पूछताछ करनेवाले अफसरों का मानना है कि पुलिस के सामने तीनों ने नयी जानकारी नहीं दी है. पुलिस अफसरों का कहना है कि तीनों झूठ बोल रहे हैं.
पर पुलिस के पास अभी तक ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं है, जिसके आधार पर तीनों से कड़ाई से पूछताछ की जा सके और गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये. इसलिए पुलिस तीनों का पोलिग्राफी टेस्ट कराना चाहती है. पुलिस अफसरों ने मंगलवार को इस पर चर्चा की.

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