Dhanbad News : शराब दुकानों के 51 ग्रुप के लिए डाले गये 490 टेंडर, आज होगा फैसला

एक सितंबर से निजी हाथों में होंगी जिले की 130 शराब दुकानें, नये कारोबारियों की हुई है एंट्री, तो पुराने ने भी नाम बदल कर फेंका है पासा

By NARENDRA KUMAR SINGH | August 22, 2025 1:48 AM

धनबाद जिले में शराब दुकानों की बंदोबस्ती को लेकर बुधवार को टेंडर डालने की प्रक्रिया पूरी हुई. जिले के कुल 51 ग्रुपों के लिए 490 टेंडर टेंडर डाले गये हैं. दिलचस्प यह है कि इस बार जहां कई नये कारोबारी मैदान में उतरे हैं, वहीं पुराने कारोबारियों ने भी नाम बदल कर मारी है एंट्री. इससे प्रतिस्पर्धा पहले से ज्यादा कड़ी हो गयी है. आबकारी विभाग के अनुसार औसतन हर ग्रुप में नौ से 10 टेंडर पड़े हैं. नगर निगम क्षेत्र के ग्रुपों में उम्मीद से ज्यादा दावेदारी हुई, तो कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम लोगों ने टेंडर डाला है.

बनारस का जायसवाल, तो जामताड़ा का तिवारी गुट फिर सक्रिय :

धनबाद की शराब दुकानों की बंदोबस्ती में फिर से कई पुराने गुट सक्रिय हो गये हैं. एक तरफ बनारस के जायसवाल, तो दूसरी तरफ जामताड़ा के तिवारी गुट ने कई शराब दुकान के लिए टेंडर डाला है. झरिया के सिंह ग्रुप, धनबाद के जिंदल ग्रुप व मुकेश के अलावा यूपी के राय ग्रुप ने टेंडर डाला है. अपने पसंदीदा ग्रुप के लिए भी कई लोगों ने टेंडर डलवाया है. शुक्रवार 22 अगस्त को इनकी किस्मत का खुलेगा ताला.

एक दर्जन से ज्यादा बड़ी दुकानों के लिए जोड़-तोड़

धनबाद में एक दर्जन से ज्यादा शराब दुकानों के लिए ज्यादा टेंडर पड़े हैं. इनमें ऐसी दुकानें भी हैं, जहां की बिक्री प्रतिदिन लाखों में होती है. इनमें कतरास बाजार, पूजा टॉकीज के बाहर की दुकान, पुराना बाजार, जोड़ा फाटक, झरिया बाजार, बैंक मोड़ के अलावा सरायढेला की दुकानें शामिल हैं.

ऑनलाइन प्रक्रिया से आज आवंटित होंगी दुकानें :

उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन करायी गयी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे. शुक्रवार दोपहर के बाद लॉटरी की प्रक्रिया पूरी कर दी जायेगी. जिन लोगों को दुकान मिलेगी, उनका नाम सार्वजनिक कर दिया जायेगा. इसके बाद लाइसेंस वितरण शुरू होगा. एक सितंबर से जिले की 130 शराब दुकानें निजी हाथों में संचालित होंगी.

चर्चा में है माननीय का दारू दुकान प्रेम :

शराब दुकानों के टेंडर को लेकर धनबाद के एक माननीय की चर्चा गुरुवार को खूब हुई. बताया जा रहा है कि माननीय ने अपने बेटा-बेटी के नाम पर शराब दुकान के लिए टेंडर डाला है. उन्होंने कई ग्रुपों में टेंडर डाला है, वहीं कुछ माननीयों ने अपने खास लोगों के माध्यम से इस धंधे में एंट्री मारने की कोशिश की है. अब शुक्रवार को लॉटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि माननीयों के हिस्से में शराब की कितनी दुकानें हुईं.

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