पेट्रोलियम व्यवसायी करेंगे आंदोलन, सरकार के फैसले पर कड़ा एतराज

धनबाद: पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर बढ़ाने व प्रति लीटर एक रुपया सेस लेने के राज्य सरकार के फैसले का पेट्रोलियम व्यवसायियों ने कड़ा विरोध किया है. उनका कहना है कि सरकार के इस निर्णय से कई पड़ोसी राज्यों का पेट्रोल-डीजल यहां से सस्ता हो जायेगा. लिहाजा बाहर की गाड़ियां झारखंड से पेट्रोलियम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2015 9:31 AM
धनबाद: पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर बढ़ाने व प्रति लीटर एक रुपया सेस लेने के राज्य सरकार के फैसले का पेट्रोलियम व्यवसायियों ने कड़ा विरोध किया है. उनका कहना है कि सरकार के इस निर्णय से कई पड़ोसी राज्यों का पेट्रोल-डीजल यहां से सस्ता हो जायेगा. लिहाजा बाहर की गाड़ियां झारखंड से पेट्रोलियम नहीं लेगी और व्यवसाय का भट्ठा बैठ जायेगा. फैसला वापस नहीं लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी गयी है.
अशोक सिंह, अध्यक्ष झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसो. : सरकार का निर्णय जनविरोधी है. इससे झारखंड का हर तबका प्रभावित होगा. एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल कर पुनर्विचार करने की अपील करेगा. अगर सरकार अपने निर्णय पर विचार नहीं करती है तो एसोसिएशन आंदोलन के लिए बाध्य होगा.
शरत दुदानी महासचिव झारखंड पेट्रोलियम एसो. : सरकार का फैसला जनविरोधी है. क्या सरकार पहले विनाश करना चाहती है, उसके बाद विकास करेगी. पंप बंदी के कगार पर पहुंच जायेंगे. पेट्रोल पंप से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो जायेंगे. रांची में कोर कमेटी की बैठक बुलायी गयी है.इसके खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा बनेगी.
संजीव राणा महासचिव कोलफील्ड पेट्रोलियम डीलर एसो. : सरकार का निर्णय न्याय संगत नहीं है. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर बाजार पर पड़ेगा. पहले से महंगाई से जूझ रही जनता पर अतिरिक्त मार पड़ेगी. यहां का पेट्रोल व डीजल पड़ोसी राज्य बंगाल-उत्तर प्रदेश से महंगा हो जायेगा.

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