एससी-एसटी केस में वृद्धि छह महीने में 28 मामले दर्ज

गिरजेश पासवान, धनबाद : जिले में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष एससी-एसटी केस की संख्या में वृद्धि हुई है. वर्ष 2018 में एससी-एसटी के 31 मामले दर्ज हुए थे. जबकि इस वर्ष छह माह में 28 मामले दर्ज हो चुके हैं. एससी-एसटी केस के अनुसंधानकर्ता डीएसपी होते हैं. धनबाद के छह डीएसपी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2019 8:06 AM

गिरजेश पासवान, धनबाद : जिले में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष एससी-एसटी केस की संख्या में वृद्धि हुई है. वर्ष 2018 में एससी-एसटी के 31 मामले दर्ज हुए थे. जबकि इस वर्ष छह माह में 28 मामले दर्ज हो चुके हैं. एससी-एसटी केस के अनुसंधानकर्ता डीएसपी होते हैं. धनबाद के छह डीएसपी के पास 24 मामले लंबित हैं. जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश 60 दिनों में एससी-एसटी केस को फाइनल कर देने का है.

डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) के पास सर्वाधिक 11 केस लंबित : डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मुकेश कुमार के पास सबसे ज्यादा 11 केस लंबित हैं. एक केस तो वर्ष 2013 से लंबित पड़ा हुआ है. छह वर्षों में कई डीएसपी आये-गये, मगर कोई भी इस केस को फाइनल नहीं कर पाया. इसके अलावा उनके पास वर्ष 2017 के तीन और वर्ष 2019 के सात केस पेंडिग पड़े हैं. डीएसपी टू गोपाल कलुंडिया के पास एक भी केस पेंडिंग नहीं है.
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़े हैं मामले : ग्रामीण क्षेत्रों में एससी-एसटी उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है. छह माह में दर्ज 28 मामलों में 16 मामले ग्रामीण क्षेत्रों के हैं.
सभी डीएसपी को केस फाइनल करने के लिए लेटर लिख कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 60 दिनों में केस को फाइनल कर देना है.
किशोर कौशल, एसएसपी, धनबाद
किस डीएसपी के पास कितने केस लंबित
डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर (मुकेश कुमार) : 11
एसडीपीओ सिंदरी (प्रमोद केशरी) : 04
एसडीपीओ बाघमारा (मनोज कुमार) : 06
एसडीपीओ निरसा (विजय कुमार कुशवाहा) : 02
डीएसपी वन (सरिता मुर्मू) : 01

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