Deoghar News : देवघर एम्स में इलाज से महंगी पार्किंग

देवघर एम्स के बाहर वाहनों की पार्किंग का किराया दोगुना कर दिया गया है. एम्स प्रबंधन ने टेंडर नये दरों को लागू करते हुए नवचयनित एजेंसी को दोगुना पार्किंग शुल्क वसूली के लिए अधिकृत कर दिया है. पार्किंग की नयी दरें एम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों के रजिस्ट्रेशन शुल्क से भी अधिक है.

By SIVANDAN BARWAL | December 12, 2025 7:57 PM

प्रभात खबर टोली, देवीपुर/देवघर : देवघर एम्स के बाहर वाहनों की पार्किंग का किराया दोगुना कर दिया गया है. एम्स प्रबंधन ने टेंडर नये दरों को लागू करते हुए नवचयनित एजेंसी को दोगुना पार्किंग शुल्क वसूली के लिए अधिकृत कर दिया है. पार्किंग की नयी दरें एम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों के रजिस्ट्रेशन शुल्क से भी अधिक है. एम्स के ओपीडी में इलाज के लिए महज 30 रुपये में रजिस्ट्रेशन हो जाता है, लेकिन एम्स में कार पार्किंग शुल्क 40 रुपये निर्धारित किया गया है. अगर कोई मरीज अपने परिजनों के साथ चारपहिया वाहन से आते हैं, तो उन्हें एम्स के बाहर पार्किंग करने के लिए 40 रुपये चुकाना पड़ेगा व ओपीडी में इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन में 30 रुपये चुकाना पड़ेगा. नयी पार्किंग शुल्क में बाइक 20 रुपये, साइकिल 10 रुपये, बस व ट्रक का पार्किंग शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है. पार्किंग की अवधि 12 घंटे निर्धारित है. इससे पहले पुराने पार्किंग शुल्क में बाइक से 10 रुपये व कार से 20 रुपये की वसूली की जाती थी. नये शुल्क को लागू किये जाने से मरीजों व उनके परिजनों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा. इस संबंध में नयी एजेंसी का तर्क है कि सुविधाओं को बेहतर बनाने व सिस्टम को व्यवस्थित करने के लिए ऐसा बदलाव जरूरी है. अचानक पार्किंग शुल्क दोगुना होने से इलाज कराने आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. नाराज लोगों ने पहले दिन महंगा पार्किंग शुल्क पर विरोध भी जताया. मरीज के परिजन पार्किंग शुल्क अधिक मांगने पर आपत्ति भी जता रहे थे, लेकिन मजबूरन शुल्क देना पड़ गया. महंगे पार्किंग शुल्क से बचने के लिए कई वाहन चालकों ने सड़क किनारे ही गाड़ी खड़ी कर दी थी, जिससे यातायात की समस्या भी हुई.

एम्स वाहन पार्किंग में शौचालय की सुविधा नहीं (बॉक्स)

एम्स के वाहन पार्किंग स्थल में शौचालय की सुविधा नहीं है. यूरिनल नहीं रहने से अक्सर मरीज व उनके परिजनों को समस्या हो रही है. शौचालय नहीं रहने से विशेषकर महिलाओं व बुजुर्गों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. कई लोग तो खुले में शौच जाने को विवश हैं. सैकड़ों की संख्या में खुले में शौच का इस्तेमाल हो रहा है. इससे बीमारी का खतरा भी बढ़ गया है. पार्किंग से लाखों का राजस्व प्राप्त होने के बाद भी शौचालय की सुविधा नहीं होने से लोगों में नाराजगी है. लोगों ने एम्स प्रबंधन से एम्स वाहन पार्किंग स्थल में शौचालय निर्माण कराने की मांग की है.

एम्स के टेंडर शर्तों के अनुसार नये पार्किंग शुल्क की विस्तृत समीक्षा की जायेगी. किस परिस्थिति में शुल्क बढ़ोतरी हुई है, इसकी जांच होगी. अगर पार्किंग शुल्क में अधिक बढ़ोतरी हुई है, तो निश्चित रूप से समीक्षा का निराकरण निकाला जायेगा.

– डॉ नितिन गंगाने, निदेशक, एम्स

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देवघर एम्स में पार्किंग शुल्क दोगुना, मरीजों पर बढ़ा आर्थिक बोझ

30 रुपये में मरीज का रजिस्ट्रेशन, 40 रुपये कार पार्किंग का शुल्क

पार्किंग में शौचालय की सुविधा भी नदारद

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