Deoghar News : बिहार-झारखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, एटीएम काउंटर से ठगी के चार आरोपित पकड़ाये
बिहार के औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में एटीएम ठगी के एक मामले में बिहार और झारखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपितों को देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया.
प्रभात खबर टोली, देवघर/जसीडीह : बिहार के औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में एटीएम ठगी के एक मामले में बिहार और झारखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपितों को देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई तकनीकी अनुसंधान के आधार पर की गयी. औरंगाबाद पुलिस ने आरोपितों का पीछा करते हुए देवघर तक पहुंचीऔर जसीडीह पुलिस की मदद ली. जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद में ओबरा थाना के सामने स्थित एसबीआइ के एटीएम से पैसा निकालने के दौरान एक युवक से एक लाख आठ हजार रुपये की धोखाधड़ी की गयी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए औरंगाबाद के ओबरा थाने की पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों का लोकेशन ट्रेस किया और उनका पीछा धनबाद होते हुए देवघर तक किया. छापेमारी के दौरान जसीडीह थाना की पुलिस ने सत्संग-भिरखीबाद पथ पर स्थित रोहिणी नवाडीह फाटक के पास पहले से घेराबंदी कर रखी थी. औरंगाबाद पुलिस द्वारा उपलब्ध कराये गये कार नंबर के आधार पर जसीडीह पुलिस ने वाहन को रोका. कार पर सवार चारों लोगों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और जसीडीह थाना लाया गया. इसके बाद पीछे से पहुंची औरंगाबाद पुलिस ने कागजी प्रक्रिया पूरी कर चारों आरोपितों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गयी. गिरफ्तार आरोपितों में धनबाद जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र अंतर्गत हनुमान मंदिर के समीप एनटीसी-4 निवासी समर सिंह, शिव मंदिर के समीप खास सिजुआ निवासी मनोज कुमार नोनिया, जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह निवासी मनोज कुमार शर्मा तथा बिहार के गया जिले के गुड़ाडू थाना क्षेत्र के गंगटी गांव निवासी रंजीत कुमार शामिल हैं. इन सभी को ओबरा थाना कांड संख्या 389/25 के अप्राथमिकी आरोपित के रूप में पकड़ा गया है. मामले के अनुसार ओबरा थाना क्षेत्र के रतवार गांव निवासी रामाधार मेहता के पुत्र नरेंद्र कुमार मौर्य ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज मामले के मुताबिक 19 नवंबर को वह ओबरा थाने के सामने स्थित एसबीआइ एटीएम में चार हजार रुपये की निकासी करने गया था. पैसा निकल गया, लेकिन उसका एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया. काफी प्रयास के बावजूद कार्ड बाहर नहीं आया. इसके बाद एटीएम काउंटर की दीवार में चिपके कागज पर लिखे हेल्पलाइन नंबर में कॉल कर उसने संपर्क किया. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को एटीएम का टेक्नीशियन बताया और कहा कि 12 बजे आकर कार्ड निकाल दिया जायेगा. नरेंद्र घर लौट गया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसके मोबाइल पर लगातार मैसेज आने लगे और उसके खाते से विभिन्न लेन-देन के जरिये एक लाख आठ हजार रुपये की कटौती कर ली गयी. पैसा कटने की जानकारी मिलने पर जब नरेंद्र दोबारा एटीएम पहुंचा, तो देखा कि उसका कार्ड भी गायब था. इसके बाद उसने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करायी और कार्रवाई की मांग की. ओबरा थाना के एसआइ कुणाल कुमार के नेतृत्व में गठित छापेमारी टीम में पीएसआइ अंकित कुमार, संजीव कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे. पुलिस अब आरोपितों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और ठगी के नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है. हाइलाइट्स एसबीआइ एटीएम से रुपये निकालते समय युवक से हुई थी एक लाख आठ हजार की ठगी तकनीकी अनुसंधान के आधार पर देवघर तक पहुंची औरंगाबाद पुलिस जसीडीह थाना क्षेत्र से कार सवार चार आरोपित गिरफ्तार धनबाद व गया जिले के रहने वाले हैं सभी आरोपित
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